जब पाकिस्तान के आसमान में खतरे से घिरे थे पीएम मोदी – कैसे हुई उनकी सुरक्षा? यह जानकर आपको गर्व महसूस होगा

पाकिस्तानी हवाई सीमा में पीएम मोदी का विमान: हाई-प्रोफाइल फ्लाइट का सच
फ्रांस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विमान एयर इंडिया वन अफगान हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण पाकिस्तान के एयरस्पेस से गुजरने के लिए मजबूर हुआ। भारत और पाकिस्तान के तनावपूर्ण रिश्तों को देखते हुए यह सवाल उठना लाज़मी है कि जब पीएम मोदी का विमान पाकिस्तान के ऊपर से उड़ान भर रहा था, तब उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी थी?
पाकिस्तानी आसमान में पीएम मोदी की सुरक्षा कौन कर रहा था?
अंतरराष्ट्रीय यात्राओं के दौरान राष्ट्राध्यक्षों की सुरक्षा के लिए एक सख्त प्रोटोकॉल होता है। पीएम मोदी की सुरक्षा के लिए इन उपायों को अपनाया गया:
- भारत और पाकिस्तान दोनों की सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर थीं।
- भारतीय वायुसेना (IAF) के लड़ाकू विमान पूरी तरह से तैयार थे।
- स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा और रियल-टाइम निगरानी की।
- दोनों देशों के एयर ट्रैफिक कंट्रोल और निगरानी सिस्टम विमान की गतिविधियों को बारीकी से ट्रैक कर रहे थे।
एयर इंडिया वन की ताकत
पीएम मोदी का विमान एयर इंडिया वन कोई आम विमान नहीं है, बल्कि यह सबसे सुरक्षित विमानों में से एक है।
- यह अमेरिका में विशेष रूप से संशोधित किया गया बोइंग 777 विमान है।
- इसे एयर इंडिया के पायलट नहीं, बल्कि भारतीय वायुसेना (IAF) के प्रशिक्षित पायलट उड़ाते हैं।
- इसमें मिसाइल डिफेंस सिस्टम है, जो किसी भी संभावित खतरे को तुरंत नष्ट कर सकता है।
- यह किसी भी हवाई हमले या आपात स्थिति से निपटने में पूरी तरह सक्षम है।
पीएम मोदी का पाकिस्तान के ऊपर उड़ान मार्ग
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी का विमान शेखुपुरा, हाफिजाबाद, चकवाल और कोहाट जैसे पाकिस्तानी क्षेत्रों के ऊपर से गुजरा और लगभग 46 मिनट तक पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में रहा। हालांकि, सुरक्षा एजेंसियों की चौकसी और उन्नत तकनीक के चलते यह उड़ान पूरी तरह से सुरक्षित रही।
सुरक्षा और कूटनीतिक संतुलन
हालांकि, यह उड़ान तकनीकी कारणों से आवश्यक थी, लेकिन इसने यह भी दर्शाया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वीआईपी यात्रा सुरक्षा को लेकर कुछ अनकही संहिताएं (कोड ऑफ कंडक्ट) होती हैं। पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात नियमों का पालन किया और एयर इंडिया वन को सुरक्षित मार्ग प्रदान किया, जो कूटनीति और सुरक्षा संतुलन का उदाहरण है।
यह घटना यह भी दर्शाती है कि भारत की उच्चस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था और आधुनिक तकनीक प्रधानमंत्री की सुरक्षा को किसी भी परिस्थिति में सुनिश्चित कर सकती है, चाहे वे किसी भी हवाई क्षेत्र में क्यों न हों।