Video: 1941 में ऐसा होता था Gym, फिट होने के लिए सहना पड़ता था टॉर्चर! ऐसी फिट बनती थी महिलाऐं

आज के समय में लोगों को जिम जाना और फिट रहना बहुत ही पसंद है। जिम में तरह तरह की मशीनों से एक्सरसाइज भी करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि 1940 के दशक में महिलाएं जिम कैसे जाती थीं? अगर नहीं तो ये वीडियो देख आपके होश उड़ जाएंगे। आज के ट्रेडमिल और डंबल्स को भूल जाइए, तबकी 'स्लिमिंग मशीने' देख कर आपके होश उड़ जाएंगे।
वायरल हो रहे वीडियो को देख ये समझ आता है कि उस समय महिलाओं पर पतले होने और शेप में रहने का कितना दबाव था। लेकिन उन्हें पतला करने का तरीका देखकर नेटिजन्स दंग रह गए हैं। ये मशीनें बेहद ही अजीब है और एक्सरसाइज से ज्यादा किसी टॉर्चर के समान है।
वाइब्रेटिंग बेल्ट मशीन
वीडियो में देखा जा सकता है कि उस समय महिलाओं की कमर और जांघों पर एक चौड़ी-सी बेल्ट कसकर बांध दी जाती थी, और एक मोटर के जरिए उसे कंट्रोल किया जाता था। दावा किया जाता था कि इस सेएक्स्ट्रा फैट गायब हो जाएगा।
रोलर और मसाज इक्विपमेंट
तब लकड़ी के सिलेंडरनुमा इक्विपमेंट से शरीर की चर्बी कम की जाती थी। ऐसे डिवाइस दिखने में बेहद ही अजीब है।
इसके अलावा जिम में कुछ कुर्सियां हुआ करती थीं, जो खुद ही शरीर को हिलाती थी। यानी आप बिना हिले डुले वजन कम कर सकते थे। इसके लिए आपको मेहनत करने की जरूरत नहीं थी।
यह वीडियो इंस्टाग्राम पर @detailedexplanation नामक पेज से शेयर किया गया है, जो कुछ ही घंटों में वायरल हो गया है।