वास्तु टिप्स: घर में मंदिर स्थापित करने से पहले जान लें वास्तु नियम, नहीं लगेगी बुरी नजर
वास्तु टिप्स: अगर आप घर में मंदिर स्थापित करने की योजना बना रहे हैं तो कुछ वास्तु नियमों को ध्यान में रखें ताकि आपको इसके शुभ परिणाम मिल सकें।
लकड़ी कैसी दिखनी चाहिए?
अगर आप अपने घर में लकड़ी का मंदिर स्थापित कर रहे हैं तो हमेशा शीशम या सागौन की लकड़ी से बना मंदिर चुनें। ऐसा करना बहुत शुभ माना जाता है। यह भी सुनिश्चित करें कि लकड़ी मजबूत हो और दीमक के संक्रमण से मुक्त हो।
किस दिशा में रखना चाहिए मंदिर?
मंदिर की स्थापना के लिए घर की पूर्व दिशा सर्वोत्तम मानी जाती है। इस दिशा में मंदिर रखने से पूजा करते समय आपका मुख पूर्व दिशा और पीठ पश्चिम दिशा की ओर रहेगी। इसके अलावा उत्तर दिशा में भी मंदिर होना शुभ माना जाता है।
इस कार्य को ध्यान में रखें
मंदिर में मूर्ति स्थापित करने से पहले लाल या पीला कपड़ा बिछाना चाहिए। ऐसा करने से देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें, कहीं भी गंदगी व धूल जमा न होने दें।
कौन सा दिन शुभ है?
मंदिर की स्थापना के लिए कई दिनों का भी वर्णन किया गया है। ऐसा माना जाता है कि अगर इन दिनों में घर में मंदिर की स्थापना की जाए तो बहुत शुभ फल मिलता है। इसके लिए सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार शुभ माने जाते हैं। मंगलवार, शनिवार और रविवार के दिन मंदिर स्थापना करना शुभ नहीं माना जाता है।
अक्षय तृतीया 10 मई 2024 को है. इस दिन कोई भी शुभ कार्य करने के लिए किसी शुभ मुहूर्त की आवश्यकता नहीं होती है। यही कारण है कि हिंदू धर्म को मानने वाले लोग इस दिन ग्रह प्रवेश, विवाह, सगाई जैसे कार्य करते हैं।
त्रेता युग का प्रारम्भ भी इसी दिन से हुआ था। मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करना भी शुभ और मंगलकारी होता है। आइए जानते हैं कि अक्षय तृतीया तिथि साल की खास तिथि क्यों है, इस दिन क्या करना चाहिए।