अमिताभ को बेटा मानते थे महमूद, लेकिन बिग बी ने कर दी ऐसी हरकत कि मरते दम तक नहीं की बात!

हंसी का बादशाह, मगर जिंदगी रही दर्द भरी
बॉलीवुड में अपनी बेहतरीन कॉमेडी से दर्शकों को हंसाने वाले महमूद अली का जीवन संघर्षों से भरा रहा। कभी अंडे और टॉफियां बेचनी पड़ीं, तो कभी टैक्सी चलानी पड़ी। लेकिन फिर ऐसा चमत्कार हुआ कि वे बन गए बॉलीवुड के कॉमेडी किंग। महमूद ने इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाई, लेकिन उनकी जिंदगी में ऐसा दर्द भी था, जिसे वे मरते दम तक भूल नहीं पाए।
अमिताभ के संघर्ष में बने गॉडफादर
महमूद का दिल बहुत नेक था। उन्होंने कई कलाकारों की मदद की, लेकिन अमिताभ बच्चन के लिए वे किसी मसीहा से कम नहीं थे। जब बिग बी की 12 फिल्में फ्लॉप हो चुकी थीं और कोई भी उन्हें काम देने को तैयार नहीं था, तब महमूद ने उन्हें अपने घर में जगह दी और फिल्मों में काम दिलवाया।
यह महमूद ही थे, जिन्होंने अमिताभ को बतौर लीड एक्टर ‘बॉम्बे टू गोवा’ में पहला बड़ा ब्रेक दिया। इस फिल्म में एक गाने पर अमिताभ को डांस करना था, लेकिन वे डांस में अच्छे नहीं थे। सेट पर लोग उनका मजाक उड़ा रहे थे। तब अमिताभ ने रोते हुए महमूद के पैर पकड़ लिए और कहा कि वे डांस नहीं कर पाएंगे। लेकिन महमूद ने उन्हें सिखाया और फिल्म को सुपरहिट बना दिया।
"असली पिता, असली होता है!"
अमिताभ हमेशा महमूद को गॉडफादर कहते थे, और महमूद उन्हें अपने बेटे की तरह मानते थे। लेकिन एक घटना ने उनके दिल को ऐसा झकझोर दिया कि उन्होंने मरते दम तक अमिताभ से बात नहीं की।
महमूद ने खुद एक इंटरव्यू में बताया कि –
"जब अमिताभ के पिता हरिवंश राय बच्चन बीमार हुए, तो मैं उनसे मिलने उनके घर गया। लेकिन जब मेरी बाइपास सर्जरी हुई, तो अमिताभ अपने पिता को लेकर ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल तो आया, लेकिन मुझे देखने तक नहीं आया।"
महमूद के ये शब्द बताते हैं कि अमिताभ की इस हरकत ने उनका दिल तोड़ दिया। वे कहने लगे –
"अमित ने साबित कर दिया कि असली पिता ही असली होता है और नकली पिता नकली ही होता है।"
क्या अमिताभ सही थे?
अमिताभ बच्चन की इस हरकत पर क्या कहना चाहेंगे? क्या महमूद का दर्द जायज था? आपकी राय क्या है? हमें कमेंट में जरूर बताएं!