Rochak news : खुद मां-बाप ने ही गाड़ी सिर में कील, फिर भी नहीं मरी बच्ची, ऐसे सामने आई खौफनाक सच्चाई!
यदि उनके बच्चों को एक खरोंच भी लग जाए तो माता-पिता चिंतित हो जाते हैं। बता दे की, उन्हें यह बर्दाश्त नहीं होता कि उनके बच्चे को थोड़ा सा भी कष्ट हो मगर कई बार कुछ परंपराएं या रीति-रिवाज ऐसे होते हैं जिनमें माता-पिता ही बच्चों के दुश्मन बन जाते हैं। वजह चाहे जो भी हो, मगर देखने और सुनने में ये घटनाएं किसी बर्बरतापूर्ण कृत्य से कम नहीं लगतीं.
आपकी जानकारी के लिए बता दे की, एक 80 वर्षीय महिला के साथ हुआ, जिसने अपना पूरा जीवन सिर में एक कील के साथ गुजारा। यदि उसके सिर का सीटी स्कैन नहीं हुआ होता तो शायद उसे यह पता नहीं चलता। आपको सुनने में बहुत अजीब लगेगा लेकिन यह भगवान की मर्जी थी कि इस महिला ने सिर में कील लगने के बाद भी अपनी पूरी जिंदगी आराम से गुजारी।
एक महिला के दिमाग में ठोक दी गई कील
रूस के सखालिन प्रांत की 80 साल की महिला रहने वाली है। बता दे की, उनके सिर में दर्द होने पर जब डॉक्टरों ने सीटी स्कैन किया तो पता चला कि उनके दिमाग में 3 सेमी की लोहे की कील धंसी हुई है. यह कील उसके दिमाग में उसके माता-पिता ने तब ठोंकी थी जब वह बच्ची थी। जब रूस में युद्ध होते थे तो माता-पिता ऐसा करते थे। युद्ध के दौरान जो लोग अपने बच्चों की देखभाल नहीं कर पाते थे, उनके दिमाग में पतली कीलें ठोंक दी जाती थीं। कीलों की वजह से बच्चे मर जाते थे और किसी को कोई सबूत नहीं मिल पाता था।
कील ठोकने के बाद भी वह मरी नहीं
बता दे की, ऐसी घटनाओं में बच्चों की मौत हो जाती है मगर यह महिला भाग्यशाली थी जो बच गई। कोई भी यह नहीं समझ पा रहा है कि यह चमत्कार हुआ कैसे? कभी-कभार होने वाले सिरदर्द को छोड़कर, उन्हें इससे कभी कोई समस्या नहीं हुई। महिला के बुजुर्ग होने पर उसके सिर से कील निकालने की सर्जरी जोखिम भरी होगी, इसलिए ऐसी स्थिति में सर्जरी नहीं की जाएगी।
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