Rochak news : हत्या पर हत्या...और पीती रही लड़कियों का खून! दिल दहला देगा खुंखार महारानी का इतिहास
कई ऐसी कहानियां इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं, जो अगर आज लोगों के सामने आ जाएं तो लोग चौंक जाएंगे और कहेंगे कि अच्छा हुआ हम उस युग में पैदा नहीं हुए। बता दे की, आज हम आपको एक ऐसी ही कहानी के बारे में बताएंगे, जिसमें एक महारानी के कारनामे देखकर आपके होश उड़ जाएंगे। यह एक ऐसी रानी की कहानी है जिसके कारनामों से लोगों में डर पैदा हो गया था।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की, रानी का नाम एलिजाबेथ बाथरी था, जिनका जन्म 1560 में हंगरी में हुआ था। वह बेहद खूबसूरत और बुद्धिमान थीं, मगर उनकी रचनात्मकता और पारंपरिक विचारधारा ने उन्हें खास बना दिया। महारानी बनने के बाद वह 1590 से 1609 के बीच सुंदरता के लिए हजारों कुंवारी लड़कियों के खून से नहाने लगीं। यदि वह युवतियों के खून से नहाएगी तो हमेशा सुंदर, युवा और अमर रहेगा।
वह मांस को अपने दाँतों से काटती थी
यह तरीका इ एलिजाबेथ को तना पसंद आया कि उसने जिसके लिए क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं। बता दे की, लड़कियों को मारने के बाद उसने उनके साथ दरिंदगी करना बंद नहीं किया। वह मृत लड़कियों का मांस अपने दांतों से काट लेती थी। इस भयानक अपराध में एलिजाबेथ बाथरी के तीन नौकर भी उसके साथ थे।
इस प्रकार क्रूर रानी की मृत्यु हो गई
लड़कियों की संख्या इलाके में काफी कम हो गई तो उसने ऊंचे घरानों की लड़कियों को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया। बता दे की, जब हंगरी के राजा को इस बात का पता चला तो उन्होंने मामले की जांच की। इस केस को लेकर जब जांचकर्ता एलिजाबेथ के महल पहुंचे तो वहां का हाल देखकर हैरान रह गए।
घृणित कार्य के लिए गिरफ्तारी
आपकी जानकारी के लिए बता दे की, 1610 में एलिजाबेथ को उसके जघन्य अपराध के लिए गिरफ्तार कर लिया गया। इस कुकर्म के लिए एलिजाबेथ को फाँसी नहीं दी गई बल्कि उसके महल के एक कमरे में कैद कर दिया गया। एलिजाबेथ बाथरी की जानलेवा कहानी एक शिक्षाप्रद उदाहरण है। जिससे पता चलता है कि विशेष विचारधारा और अनैतिकता किस हद तक जा सकती है. उनकी मृत्यु से समाज में सुधार की प्रक्रिया तेज हो गई और सामाजिक जागरूकता बढ़ने का मार्ग प्रशस्त हुआ।