Rochak news : ठेले और दुकानों की बात पुरानी! शोकेस में मिठाई की जगह दिखा टमाटर !
टमाटर पिछले कुछ दिनों से लगातार चर्चा में बना हुआ है. बता दे की,खाने का स्वाद बढ़ाने वाले सलाद में भी लाल टमाटर बड़े शौक से खाए जाते हैं. मगर पिछले कुछ दिनों से इसकी आसमान छूती कीमतों के कारण अब इसे खाना तो दूर, इसे खरीदना भी मुश्किल हो गया है। कभी 20-30 रुपये प्रति किलो बिकने वाला टमाटर अब कई जगहों पर 200 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है.
आपकी जानकारी के लिए बता दे की, पहले गांव हो या शहर, गरीब परिवार को साग-सब्जियां नहीं मिलती थीं, इसलिए वे टमाटर की चटनी में खाना खाकर गुजारा करते थे। मगर बढ़ती महंगाई ने न सिर्फ टमाटरों को आम आदमी की थाली से दूर कर दिया है, बल्कि ऐसा लगता है कि जल्द ही ये आम दुकानों से भी दूर हो जाएंगे.
शोकेस में टमाटर रखे हुए थे
बता दे की,छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के एचटीटीपी वेस्ट कॉलोनी परिसर में स्थित एक शॉपिंग सेंटर में संचालित दुकान में जब ग्राहक आए तो उन्हें मिठाई के बीच शोकेस में टमाटर मिले.
शोकेस में टमाटर क्यों रखे होंगे? सच्चाई जानकर मन की उलझन दूर करने के लिए मैनेजर से पूछा गया, ''भाई, यह टमाटर है या नई तरह की मिठाई?'' जवाब मिला, ''भाई, यह टमाटर है.' स्टोर मैनेजर ने टमाटरों को खराब होने से बचाने के लिए मिठाई वाले शोकेस में रखने को कहा।