एस्ट्रो टिप्स: घर में नहीं हो रही बरकत तो अपनाएं ज्योतिष में बताए गए ये 10 सफल उपाय

कई बार लाख कोशिशों और मेहनत के बावजूद भी घर में बरकत नहीं हो पाती है। पैसा नहीं टिकता. अगर आप भी ऐसी किसी समस्या से पीड़ित हैं तो ज्योतिष शास्त्र में बताए गए इस उपाय को आजमाएं
एस्ट्रो टिप्स: घर में बनी रहे सुख-समृद्धि हर कोई चाहता है कि आर्थिक पहलू को लेकर कोई परेशानी न आए। यहां मैं आर्थिक समृद्धि देने वाली उन छोटी-छोटी बातों के बारे में लिख रहा हूं, जिनके बारे में ज्यादातर लोग जानते तो हैं, लेकिन कुछ हद तक आलस्य और कुछ हद तक अज्ञानता के कारण वे इससे मिलने वाले लाभ से वंचित रह जाते हैं। इसे अपनाने का कोई विशेष नियम नहीं है. इसे सरल मन से किसी भी समय शुरू किया जा सकता है। अन्य उपायों की तरह इनके प्रयोग से हानि की तनिक भी सम्भावना नहीं रहती। इन छोटी-छोटी चीजों के लिए आत्मविश्वास बहुत जरूरी है। इन उपायों के लाभकारी प्रभाव में निश्चित रूप से देरी हो सकती है, लेकिन जब लाभ शुरू होगा, तो वे स्थायी होंगे।
लक्ष्मी प्राप्ति के अचूक सिद्ध उपाय
- सुबह उठकर सबसे पहले अपने दोनों हाथों की हथेलियों को देखें, उन्हें चूमें और आपस में रगड़ें और अपने चेहरे पर तीन से चार बार लगाएं।
- नासिका के माध्यम से ध्यान केंद्रित करें और देखें कि ध्वनि दाईं या बाईं ओर जा रही है या नहीं। जिस ओर की नासिका हो, उस ओर की उंगली से पहले पृथ्वी को स्पर्श करें, फिर माथे पर स्पर्श करें और फिर जिस ओर की नासिका हो, उस ओर के पैर को पहले पृथ्वी पर रखें।
- घर में खाना बनाते समय प्रतिदिन गौ ग्रास और कुत्ते का ग्रास लें अर्थात गाय और कुत्ते को रोटी खिलाएं।
- अपने भोजन का एक छोटा सा हिस्सा लें और इसे कौवे या अन्य पक्षियों को खिलाएं।
- रात के खाने के बाद, बचे हुए भोजन में से कुछ कुत्ते की ओर से दे दें। बचे हुए भोजन को नाली में न फेंके, पशु-पक्षियों को खिला दें।
- यदि घर में गेहूं पिसवाने के बाद आटा उपलब्ध हो तो केवल शनिवार को ही आटा पिसवाने का नियम बना लें। आटा पीसते समय उसमें 100 ग्राम काले चने भी पीसने के लिये डाल दीजिये.
- शनिवार के दिन अपने भोजन में किसी भी रूप में काले चने अवश्य शामिल करें।
- किसी भी दिन कहीं से एक काली तुमवी लाकर घर की रसोई में लटका दें।
- चींटियों को नियमित अंतराल पर आटे में गुड़ या चीनी मिलाकर खिलाएं।
- प्रत्येक देवी-देवता के चित्र और घर में लगे मृतक के चित्र पर अष्टगंध और अक्षत का तिलक अवश्य लगाएं। साथ ही अपने पितरों को फूल मालाएं भी अर्पित करें