Ajab-Gajab news : इस क्रूर शासक ने अपने 26 लीटर खून से लिखी 605 पन्नों की कुरान

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आप सभी सद्दाम हुसैन को तो जानते ही होंगे. यह एक ऐसा नाम है जो आमतौर पर दिमाग में एक तानाशाह की छवि दिखाता है। बता दे की, एक ऐसा तानाशाह जो बेहद क्रूर था। उनकी क्रूरता से जुड़े कई किस्से भी लिखे जा चुके हैं, जिन्हें आप सभी ने पढ़ा ही होगा. मगर ऐसा नहीं है कि वह सिर्फ क्रूर था, बल्कि कुछ लोग उसे मसीहा भी मानते थे। उन्हें आलीशान मस्जिदें बनाने का बहुत शौक था। कहा जाता है कि इराक में सद्दाम हुसैन द्वारा बनाई गई एक मस्जिद बेहद खास है।

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बता दे की, इस मस्जिद में कुरान सद्दाम हुसैन के खून से लिखी गई है। सद्दाम हुसैन ने अपने कार्यकाल के दौरान स्याही की जगह खून से कुरान लिखने का आदेश दिया था. जी हां और इसके लिए सद्दाम हुसैन ने तीन साल में अपना 26 लीटर खून निकाल लिया। कई दिनों की मेहनत के बाद 605 पन्नों की इस कुरान को सद्दाम हुसैन के खून से लिखा जा सका और यह कुरान आज भी कांच के फ्रेम में लोगों को दिखाने के लिए है. आपको बता दें कि खून से लिखी गई कुरान को लेकर अलग-अलग कहानियां प्रचलित हैं।

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आपकी जानकारी के लिए बता दे की, अरब स्टडीज के निदेशक जोसेफ ससून ने एक बड़े कार्यक्रम में सद्दाम को यह कुरान भेंट की थी। तब सद्दाम ने कहा कि उन्होंने इसे अपने खून से लिखकर श्रद्धांजलि के तौर पर पेश किया है. इसी के साथ कुछ लोगों का मानना ​​था कि उनका बेटा 1996 की जंग में बच गया था. उन्होंने भगवान का शुक्रिया अदा करने के लिए इसे खून से लिखा था।

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निडर माने जाने वाले और हजारों लोगों की हत्या कराने वाले तानाशाह सद्दाम हुसैन की अपने अंतिम दिनों में बहुत खराब स्थिति थी। उसे हमेशा डर रहता था कि कहीं कोई उसकी हत्या कर दे। बता दे की,रसोइया का बेटा चेक करता था कि उसके सामने जो खाना आया है, उसमें जहर तो नहीं है.

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