स्टील के ग्लास में क्यों नहीं पीना चाहिए पानी? जानें कौनसे ग्रह होते हैं कमजोर

PC: Prabhat Khabar
वैदिक ज्योतिष में, माना जाता है कि जिस बर्तन में हम पानी पीते हैं, उसका हमारे ग्रहों की एनर्जी पर सीधा असर पड़ता है। गिलास का मेटल जन्म कुंडली में कुछ ग्रहों की ताकत पर हल्का असर डाल सकता है।
ज्योतिषियों का कहना है कि स्टील के गिलास से पानी पीने से तीन बड़े ग्रह कमजोर हो सकते हैं: चांद, शुक्र और राहु।
चांद (चंद्र)
चांद मन, भावनाओं और मानसिक स्थिरता को कंट्रोल करता है।
एक मजबूत चांद व्यक्ति को शांत और संतुलित रखता है, जबकि एक कमजोर चांद मूड स्विंग, तनाव और भावनात्मक अस्थिरता पैदा कर सकता है।
माना जाता है कि स्टील चांद के पॉजिटिव असर को कम करता है।
शुक्र
शुक्र प्यार, सुंदरता, तालमेल, आकर्षण और फाइनेंशियल आराम को कंट्रोल करता है।
जब शुक्र कमजोर होता है, तो इससे रिश्तों में दिक्कतें, आकर्षण की कमी या फाइनेंशियल असंतुलन हो सकता है।
कहा जाता है कि स्टील के बर्तन शुक्र की पॉजिटिव एनर्जी को कम कर देते हैं।
राहु
राहु भ्रम, उलझन, जुनून और अप्रत्याशित चुनौतियों को दिखाता है। स्टील राहु के बुरे असर को बढ़ाता है, जिससे दिमागी उलझन, सेहत से जुड़ी परेशानियां या तनाव हो सकता है।
बेहतर विकल्प
ज्योतिष में चांदी या तांबे के बर्तन से पानी पीने की सलाह दी जाती है।
चांदी चंद्रमा और शुक्र को बढ़ाती है, जिससे शांति, इमोशनल स्थिरता और तालमेल बढ़ता है।
तांबा शरीर की एनर्जी को बैलेंस करता है और राहु के बुरे असर को कम करने में मदद करता है।
