वास्तु शास्त्र: वास्तु शास्त्र के इन नियमों का करें पालन, घर में हमेशा रहेगी सुख-शांति
वास्तु शास्त्र: वास्तु के अनुसार नए घर में प्रवेश करते समय अगर कुछ खास बातों का ध्यान न रखा जाए तो वास्तुदोष हो जाता है। इसके चलते काम में बार-बार रुकावटें आ रही हैं। जानिए नए घर में प्रवेश करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
वास्तु के अनुसार नए घर में प्रवेश करते समय अगर कुछ बातों का ध्यान न रखा जाए तो वास्तु दोष उत्पन्न हो जाता है। इससे काम में बार-बार रुकावटें आती रहती हैं। जानें कि नए घर में जाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
नए घर में जाते समय रखें इन बातों का ध्यान
नए घर में प्रवेश करते समय पूरे घर में पीले पर्दे लगाएं। हल्दी का घोल पूरे घर में फैलाएं। इससे बृहस्पति की कृपा मिलती है और उनकी कृपा से परिवार में खुशहाली आने लगती है।
नए घर में वास्तु दोष न हो इसके लिए सफेद चावल या कपूर का दान करें। घर की दीवारों को नीला, हरा, सफेद जैसे शुभ रंगों से रंगें। इससे परिवार के सदस्यों का मनोबल बढ़ता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है।
घर ऐसा होना चाहिए जिसमें सुबह सूरज की रोशनी आती रहे। अगर घर में अंधेरा रहता है तो इसका कारण वास्तु दोष भी हो सकता है। यह दुर्भाग्य, बीमारी और कष्ट का कारण बनता है। इसे दूर करने के लिए रात के समय पूरे घर में लाल मसूर की दाल फैला दें और सुबह उसे बाहर फेंक दें।
अगर आपको रोजगार में दिक्कत आ रही है या नए घर में जाने के बाद बरकत कम हो रही है तो कच्चे बीजों से बना सरसों का तेल दान करें। शनिवार की शाम को पिंपल के पेड़ के पास तेल का दीपक जलाना भी लाभकारी होता है।
यदि नए घर की सुख-शांति भंग हो तो घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक यंत्र स्थापित करना चाहिए। मुख्य द्वार के बाहर गणेश जी की मूर्ति स्थापित करनी चाहिए।
नए घर में वास्तु दोष निवारक यंत्र लगाना चाहिए। घर में लाफिंग बुद्धा और क्रिस्टल टर्टल रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। रोजाना नमक से घर की सफाई करने से घर में समृद्धि आती है।