Urinary Problems: रात में बार-बार पेशाब आता है? पुरुषों को हो सकती है ये गंभीर बीमारी; समय रहते हो जाएं सावधान, वरना...

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उम्र बढ़ने के साथ कई पुरुषों को मूत्र संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। बार-बार पेशाब आना, पेशाब करने में कठिनाई, या ऐसा महसूस होना कि मूत्राशय पूरी तरह से खाली नहीं हो रहा है, ये सभी सौम्य प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया, यानी बढ़े हुए प्रोस्टेट ग्रंथि के कारण हो सकते हैं।
बीपीएच क्या है?
बीपीएच एक कैंसर रहित लेकिन गंभीर स्थिति है। इसके कारण पुरुष की प्रोस्टेट ग्रंथि बढ़ जाती है, जिससे मूत्रमार्ग पर दबाव पड़ता है और मूत्र प्रवाह बाधित होता है। संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रीय मधुमेह, पाचन और गुर्दा रोग संस्थान के अनुसार, 50 वर्ष से अधिक आयु के लगभग 50% पुरुषों में कुछ हद तक बीपीएच होता है।
मूत्र संबंधी समस्याएं
कारण और जोखिम कारक
1 आयु
उम्र के साथ प्रोस्टेट बढ़ने का जोखिम बढ़ जाता है।
2 हार्मोनल परिवर्तन
यदि हार्मोन (डीएचटी) के स्तर में वृद्धि होती है तो जोखिम बढ़ जाता है।
3 पारिवारिक इतिहास
यदि परिवार के किसी सदस्य को बीपीएच है तो जोखिम बढ़ जाता है।
4 जीवनशैली
खराब आहार, मोटापा और अस्वास्थ्यकर जीवनशैली इसके कारक हैं।
बीपीएच के लक्षण
1 बार-बार पेशाब आना।
2 कमज़ोर मूत्र प्रवाह।
3 मूत्राशय पूरी तरह खाली न होने का एहसास।
4 पेशाब शुरू करने में कठिनाई।
5 पेशाब के अंत में बूंद-बूंद टपकना।
6 इलाज न कराने पर जोखिम
बीपीएच के इलाज में देरी से मूत्र मार्ग में संक्रमण, मूत्राशय में पथरी और गुर्दे की क्षति हो सकती है। यह काम, नींद और सामाजिक जीवन को भी प्रभावित कर सकता है। डॉक्टर मेडिकल हिस्ट्री, यूरोफ्लोमेट्री, मूत्र परीक्षण और प्रोस्टेट-विशिष्ट एंटीजन परीक्षण लेंगे।