गुरुवार: गुरुवार को करेंगे ये काम तो होगी आर्थिक तंगी की स्थिति, पति की सेहत पर पड़ेगा बुरा असर

AA

किसी भी कुंडली में दूसरा और ग्यारहवां घर धन का होता है। इन दोनों स्थानों का कारक ग्रह बृहस्पति है। बृहस्पति को नीचा करके काम करने से धन की वृद्धि रुक ​​जाती है

हिंदू धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी भगवान को समर्पित है। गुरुवार बृहस्पति का दिन है. शास्त्रों के अनुसार, भगवान बृहस्पति भगवान विष्णु का ही एक रूप हैं और ऐसा माना जाता है कि गुरुवार के दिन पूजा और व्रत करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है। लेकिन गुरुवार के दिन कुछ काम न करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि ऐसा करने से घर में नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यहां जानिए गुरुवार के दिन कौन से काम नहीं करने चाहिए।

जानिए गुरुवार को घर की सफाई क्यों नहीं करनी चाहिए?- किसी भी कुंडली में दूसरा और ग्यारहवां स्थान धन का होता है। इन दोनों स्थानों का कारक ग्रह बृहस्पति है। बृहस्पति को नीचा करके काम करने से धन की वृद्धि रुक ​​जाती है। धन लाभ के लिए कोई भी स्थिति बन सकती है लेकिन गुरुवार को इस कार्य में विघ्न आने लगता है। सिर धोना, भारी कपड़े धोना, बाल काटना और शेव करना, शरीर, चेहरे के बाल साफ करना, नाखून काटना, घर से मकड़ी के जाले साफ करना, घर के उन कोनों की सफाई न करना जिन्हें रोज साफ नहीं किया जा सकता, ऐसा करने से धन हानि के संकेत मिलते हैं। धीमी प्रगति का संकेत गुरुवार धर्म का दिन है और ब्रह्मांड के नौ ग्रहों में बृहस्पति वजन में सबसे भारी ग्रह है।

यही कारण है कि इस दिन हर वो काम किया जाता है जिससे शरीर या घर को आराम मिलता है। ऐसे काम करना वर्जित है क्योंकि ऐसा करने से बृहस्पति ग्रह कमजोर होता है। अर्थात बृहस्पति के प्रभाव में कारक तत्वों का प्रभाव हल्का हो जाता है। गुरु धर्म और शिक्षा का अभिकर्ता है। बृहस्पति के कमजोर होने से शिक्षा में असफलता मिलती है। साथ ही धार्मिक कार्यों के प्रति रुझान कम हो जाता है। शास्त्रों में गुरुवार के दिन महिलाओं को बाल धोने से मना किया गया है। क्योंकि महिलाओं की कुंडली में बृहस्पति पति का कारक होता है। इसके साथ ही बृहस्पति संतान का कारक होता है। इस प्रकार अकेला बृहस्पति ग्रह संतान और पति दोनों के जीवन को बहुत प्रभावित करता है।

गुरुवार के दिन सिर धोने से बृहस्पति कमजोर होता है, जिससे बृहस्पति के शुभ प्रभाव कम हो जाते हैं। इस कारण से इस दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए और न ही धोने चाहिए।ऐसा करने से बच्चों और पति के जीवन पर असर पड़ता है। उनकी प्रगति में बाधा आती है।बृहस्पति का प्रभाव जिस प्रकार शरीर पर रहता है। इसी प्रकार घर पर बृहस्पति का प्रभाव भी अधिक गहरा होता है।

वास्तु के अनुसार घर के उत्तर-पूर्व कोने का स्वामी बृहस्पति होता है। ईशान कोण का संबंध परिवार के छोटे सदस्यों यानि बच्चों से होता है। इसके साथ ही घर के बेटे और संतान का रिश्ता भी इसी नजरिए से होता है। उत्तर दिशा धर्म और शिक्षा की दिशा है। घर में भारी कपड़े धोना, घर का पुराना कूड़ा-कचरा बाहर निकालना, घर की धुलाई करना आदि कार्य करने से घर का ईशान कोण कमजोर हो जाता है। इससे परिवार के सदस्यों की संतान, पुत्र, शिक्षा, धर्म आदि पर शुभ प्रभाव कम होता है।

From Around the web