Supermoon Date And Time: चांद धरती के आ जाएगा बहुत करीब, दिखेगा सुपरमून, कब और किस समय? जानें यहाँ

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PC: saamtv

आज आसमान में एक अनोखी और दिलचस्प खगोलीय घटना देखने को मिलेगी। दत्त जयंती और मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन यानी गुरुवार, 4 दिसंबर को पहली बार 'सुपरमून' दिखेगा। इतना ही नहीं, चांद आसमान में हमेशा से ज़्यादा बड़े और चमकीले रूप में चमकेगा। पंचांगकर्ता और खगोलशास्त्री डॉ. के. सोमन ने इस बारे में जानकारी दी।

पृथ्वी से चांद कितनी दूर है?

आमतौर पर चांद पृथ्वी से करीब 3 लाख 84 हज़ार किलोमीटर दूर होता है। लेकिन, इस मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर चांद की पृथ्वी से नज़दीकी कम हो जाएगी और दूरी सिर्फ़ 3 लाख 56 हज़ार 962 किलोमीटर रह जाएगी। चांद के पृथ्वी के इतने करीब आने से यह आसमान में हमेशा से 14 परसेंट बड़ा दिखाई देगा। इतना ही नहीं, इस नज़दीकी का असर इसकी चमक पर भी पड़ेगा और चांद की रोशनी करीब 30 परसेंट बढ़ने की संभावना है, जिससे यह ज़्यादा चमकदार और मनमोहक दिखाई देगा। सुपरमून कितने बजे दिखेगा?

पूरे भारत में लोग इस अनोखे नज़ारे का मज़ा ले सकेंगे। चांद शाम 5.18 बजे पूरब में निकलेगा और पूरी रात आसमान में दिखेगा। यह अगले दिन सुबह 7.14 बजे सूरज डूबने तक पश्चिम में दिखेगा। यह चमकीला पूरा चांद 14 घंटे से ज़्यादा समय तक आसमान में रहेगा।

क्या हम फिर से सुपरमून देखेंगे?

इतना चमकीला और बड़ा चांद देखना बहुत कम होता है। सोमन ने यह भी कहा कि अगला सुपरमून भारत में 24 दिसंबर, 2026 को दिखेगा। इसलिए, कल की रात एस्ट्रोनॉमी पसंद करने वालों और आसमान देखने वालों के लिए बहुत खास होगी।

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