देश में इस साल अब तक केवल ब्लड शूगर के वजह से 67 लाख लोगों ने गंवाई अपनी जान
Nov 18, 2021, 16:40 IST

कोरोना महामारी से जूझ रहे विश्व के लिए मधुमेह 21वीं सदी की सबसे खराब स्वास्थ्य आपात स्थिति होगी और इसका सामना करना दुनिया के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण होगा। विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर, अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह संघ (IDF) और विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि हर साल औसतन 4 मिलियन लोग मधुमेह से मरते हैं। हालांकि साल 2021 में इस महामारी के दौरान 67 लाख मधुमेह रोगियों की मौत हो चुकी है जिसने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। 2021 से 2023 तक विश्व मधुमेह दिवस की थीम है 'मधुमेह देखभाल तक पहुंच - यदि अभी नहीं तो कब? जिसका अर्थ है कि यह वर्ष का सबसे अधिक भ्रमित करने वाला समय होने वाला है, साथ ही साथ सबसे अधिक भ्रमित करने वाला भी है।
दुनिया भर में, 10 में से 1 वयस्क मधुमेह से पीड़ित है। उनमें से अधिकांश को टाइप 2 मधुमेह है। 23.2 करोड़ लोगों को अपनी बीमारी के बारे में पता भी नहीं है। लोगों को हृदय, किडनी, लीवर और आंखों की समस्या हो रही है। एक बार गंभीर होने पर, बीमारी विकलांगता का कारण बन सकती है। जन्म लेने वाले 6 में से 1 शिशु गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्त शर्करा के संपर्क में आता है जिसे हाइपरग्लेसेमिया कहा जाता है।