Relationship Tips: पार्टनर को खुश रखना चाहते हैं तो अपनाएं ये टिप्स
एक पति अपनी पत्नी की मदद के बिना शायद ही कोई काम कर पाता हो। वह अनजाने में हर छोटी से छोटी बात के लिए अपनी पत्नी पर निर्भर रहता है। हालाँकि, यह देखा जाता है कि पति अपनी पत्नी को उतना महत्व नहीं देता, जितना वह चाहती है। हालांकि आज के समय में पति की सोच और व्यवहार काफी बदल गया है, लेकिन पत्नी के लिए अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है।
आमतौर पर महिलाओं से अपेक्षा की जाती है कि वे सबके दिल की बात समझें और सबकी समस्याओं का समाधान निकालें। खासकर पत्नी के रोल में उनसे यह उम्मीद और भी बढ़ जाती है। सवाल यह है कि पति को पत्नी से यह अपेक्षा क्यों करनी चाहिए, पत्नी के प्रति उसकी भी कोई जिम्मेदारी होती है। घर, परिवार, रिश्ते या नौकरी की समस्याओं से जूझते हुए अपनी पत्नी की समस्याओं को समझने की कोशिश करें।
कहने की जरूरत नहीं कि हमारे समाज का ढांचा ऐसा है कि आज भी हर महिला खुद को दोयम दर्जे का मानती है। पति के काम की वजह से वह खुद को नजरअंदाज करती है। इतना ही नहीं वह घर के सभी सदस्यों का पूरा ख्याल रखते हुए अपनी भूमिका बखूबी निभाता है, जिसके कारण वह खुद को भूल जाता है। ऐसे में यह पति की जिम्मेदारी बन जाती है कि वह न केवल अपनी पत्नी का सम्मान करे बल्कि उसे खुद को दूसरे स्थान पर रखने के विचार से भी बाहर निकाले। पति का ऐसा भावनात्मक सहयोग पत्नी को काफी हिम्मत देगा। हालाँकि, प्रशंसा का अर्थ केवल गुण गिनना नहीं है, इसका अर्थ यह भी है कि आप परवाह करते हैं। उनका साथ और सहयोग ही आपके जीवन का आधार है, आप उनके स्वास्थ्य की चिंता करें।