मोर पंख टिप्स: हाथ में नहीं टिकता पैसा, मोरपंख का ये ज्योतिषीय उपाय आएगा काम, आजमाएं
![AA](https://rochakkhabare.com/static/c1e/client/90245/uploaded/6bb70776c27b4d42cf87388a76d85d72.png)
मोर पंख भगवान कृष्ण का प्रिय आभूषण है। इससे घर का वास्तुदोष दूर होता है और आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है। आइए जानें इसे घर में रखने की सही दिशा क्या है।
Peacock पंख के फायदे: मोर पंख भगवान कृष्ण का पसंदीदा आभूषण है। इससे घर का वास्तुदोष दूर होता है और आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है। आइए जानें इसे घर में रखने की सही दिशा क्या है।
Peacock पंख के फायदे: मोर पंख को देवताओं का पसंदीदा आभूषण माना जाता है। यह विशेष रूप से भगवान कृष्ण को अर्पित किया जाता है। वास्तु में मोर पंख का भी विशेष महत्व है। इसे घर में रखने से कई तरह के वास्तु दोष दूर हो जाते हैं। इससे आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है। घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में भी मोर पंख बहुत कारगर माना जाता है। आइए जानते हैं घर में सुख-समृद्धि के लिए मोर पंख किस दिशा में रखना चाहिए।
इस दिशा में मोर पंख रखना शुभ होता है।
ऐसा माना जाता है कि मोर के पंखों में सभी देवताओं और नौ ग्रहों का वास होता है। इसलिए इसे घर में रखना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि घर में मोर पंख रखने से सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं और घर में सुख-शांति आती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार मोर पंख को हमेशा घर की दक्षिण-पूर्व दिशा में रखना चाहिए। इससे घर में सुख-समृद्धि आती है और घर का माहौल भी अच्छा रहता है।
मोर पंख अनावश्यक खर्चों से बचाता है
अगर आपके पास पर्याप्त पैसा नहीं है या आपको उड़ने का शौक है तो मोर पंख के कुछ उपाय आपको राहत दे सकते हैं। पूजा स्थान पर मोर पंख रखने से आपको विशेष लाभ मिलेगा। पूजा या मंदिर में रखा मोर पंख घर में सकारात्मक ऊर्जा लाता है। इससे परिवार के सदस्यों के बीच रिश्ते भी मधुर रहते हैं।
कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है
कुंडली में कालसर्प दोष होने पर मोर पंख के उपाय भी बहुत कारगर माने जाते हैं। व्यक्ति को अपने तकिए के नीचे 7 मोर पंख रखना चाहिए। माना जाता है कि मोर पंख के इस उपाय को करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिल जाती है।
अस्वीकरण: यहां दी गई जानकारी केवल मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि RK किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी का समर्थन नहीं करता है। किसी भी जानकारी या धारणा को लागू करने से पहले किसी संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।