Offbeat: भीष्म या द्रोणाचार्य नहीं, महाभारत में इन्होने जिया सबसे लंबा जीवन, क्लिक कर जानें

PC: News18
आज के समय में जहाँ अधिकांश लोग लगभग 70–90 वर्ष तक जीवन जीते हैं। वहीं पौराणिक कथाओं के अनुसार, महाभारत और उससे पहले के काल में लोगों की आयु काफी अधिक होती थी।
जानकारी के अनुसार महाभारत काल में पांडव लगभग 100 वर्ष तक जीवित रहे। वहीं, महान गुरु-योद्धा भीष्म पितामह और द्रोणाचार्य भी 120 वर्ष तक जीवित रहे। इसके अलावा ये भी कहा जाता है कि भीष्म पितामह युद्ध में घायल होकर वह 58 दिनों तक बाणों की शैया पर पड़े रहे।
कौन सबसे अधिक उम्र तक रहा जीवित
पौराणिक और ग्रंथप्रधान मान्यताओं के अनुसार, महाभारत के रचयिता महर्षि व्यास का जीवनकाल सभी से अधिक लंबा था। कुछ स्रोत कहते हैं किउनकी मृत्यु के समय उनकी आयु 130 साल थी। उन्होंने न केवल महाभारत की रचना की बल्कि वे वेदों और पुराणों के संकलन और व्याख्या के लिए भी प्रसिद्ध रहे।
ये ध्यान देने योग्य है कि धार्मिक, श्रद्धा-आधारित और पौराणिक कथाओं में “मानव” और “दैवीय / आध्यात्मिक” आयु में अंतर माना गया है। अर्थात् व्यास जैसे ऋषियों के लिए “मानक आयु” से अलग व्याख्या होती थी।
