शो के नाम पर अश्लीलता, लड़कियों से उतरवाए जा रहे कपडे, दिखाए जा रहे सेक्स पोजीशन, विवादों में घिरा 'House Arrest' शो , जज एजाज खान

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एजाज खान के रियलिटी शो ‘हाउस अरेस्ट’ के एक वायरल क्लिप पर राजनेताओं ने कड़ी आपत्ति जताई है, क्योंकि इंटरनेट उपयोगकर्ताओं ने इसकी सामग्री पर आपत्ति जताई है, जिसमें प्रतिभागियों को सेक्स पोज़िशन्स का प्रदर्शन करते हुए दिखाया गया है। यह Ullu App का शो है और इसका जज एजाज खान है।

इस कथित रियल्टी शो की कुछ क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं। इसके बाद लोग इसमें दिखाई जाने वाली नग्नता, फूहड़पन और सीधे-सीधे पोर्न जैसे कंटेंट परोसने पर भड़क गए। उन्होंने इसके बैन की माँग की है।  

कई इंटरनेट उपयोगकर्ताओं ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय को टैग करते हुए ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म पर दिखाए जा रहे आपत्तिजनक कंटेंट के खिलाफ सख्त कार्रवाई और कड़े कानून बनाने की मांग की है।



क्यों हो रहा विवाद?
Ullu App के शो हाउस अरेस्ट की ऐसी क्लिप्स सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसे देख कर ही आपको गुस्सा आएगा।  ऐसी ही एक क्लिप में जज एजाज खान सामने बैठी लड़कियों से खुल्लम-खुल्ला सेक्स और उसके तरीके पर बात करता है। शो में एक लड़की सेवह पूछता है, “तुमने एक्सपेरिमेंट नहीं किया कभी?”

इतना ही नहीं लड़का लड़की को सेक्स की वो पोजीशन दिखाने के लिए भी कहा जाता है। इसी शो की एक और वीडियो वायरल हो रही है जो और अधिक आपत्तिजनक है। इसमें लड़कियों को उनके कपड़े उतारने का चैलेंज दिया गया है। इस क्लिप में लडकियाँ अपने कपड़े उतार रही हैं। इस दौरान अश्लील भाषा का इस्तेमाल भी हो रहा है। एजाज खान और बाकी इस दौरान ताली बजाते हैं।


पॉलिटिशियन्स ने दी प्रतिक्रिया 

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि मामले की संसदीय समिति जांच करेगी।

उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "ऐसा नहीं होगा...हमारी समिति मामले की जांच करेगी।" उन्होंने वायरल क्लिप पर आपत्ति जताने वाले एक इंटरनेट यूजर के पोस्ट को टैग किया।

यूजर ऋषि बागरी ने कहा, "देश में ओटीटी के जरिए खुलेआम अश्लीलता परोसी जा रही है। ऐसे शो में हिंदू और पंजाबी लड़कियों को खुलेआम वेश्यावृत्ति में धकेला जा रहा है, जबकि सभी नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। @MIB_India से अनुरोध है कि सख्त कार्रवाई की जाए और कड़े कानून बनाए जाएं।"

शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि उन्होंने संसदीय स्थायी समिति के समक्ष यह मामला उठाया है कि उल्लू ऐप और ऑल्ट बालाजी जैसे प्लेटफॉर्म केंद्र सरकार द्वारा अश्लील और अश्लील सामग्री पर लगाए गए प्रतिबंध से बचने में कामयाब रहे हैं।

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