Lifestyle news : आखिर मां और बच्चे का रिश्ता क्यों होता है इतना अनमोल?

एक माँ के लिए बच्चे का जन्म बहुत खुशी का कारण होता है। मां और बच्चे के बीच एक अनमोल बंधन होता है। बता दे की, यह रिश्ता जहां एक तरफ मां के लिए उसके पूरे जीवन में सबसे अहम रिश्ता होता है वहीं दूसरी तरफ बच्चे के लिए भी सबसे अहम रिश्ता होता है। इस लेख में हम इस अनमोल रिश्ते के बारे में विस्तार से जानेंगे।
मां-बच्चे का रिश्ता:
गर्भवती महिला के अंदर बच्चे के साथ संबंध : बता दे की, जब एक महिला गर्भवती होती है, तो बच्चे के साथ उसका बहुत गहरा बंधन विकसित हो जाता है। मां बच्चे के दिल की धड़कन, उसकी हरकतों, उसकी खाने-पीने की इच्छा आदि को महसूस करती है। अपने बच्चे के साथ यह जुड़ाव गर्भवती महिलाओं के लिए एक अद्भुत अनुभव होता है।
चाइल्ड केयर में एक अनमोल रिश्ता: मां की भूमिका चाइल्ड केयर में बहुत महत्वपूर्ण होती है। माँ दोनों को ध्यान में रखते हुए बच्चे की सभी जरूरतों का ध्यान रखती है और उसे पूरा करती है। इस प्रकार, बच्चा अपनी माँ के साथ एक अनमोल बंधन बनाता है।
इमोशनल बॉन्डिंग: आपकी जानकारी के लिए बता दे की, जब बच्चे पैदा होते हैं तो उनसे कोई इमोशनल अटैचमेंट नहीं होता है। मगर जब उन्हें दूध पिलाया जाता है और उनकी मां के साथ भी रखा जाता है, तो वे अपनी मां के साथ एक अलग तरह का बंधन विकसित कर लेते हैं। यह बंधन बच्चे और मां के बीच एक समझौता है, जो बच्चे के विकास के अनुभव के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
बच्चे का आत्मविश्वास: अपने बच्चे को एक माँ आत्मविश्वास में बढ़ने में मदद करती है। जब बच्चा अपनी मां के साथ होता है तो वह सुरक्षित महसूस करता है। इससे उसका आत्मविश्वास बढ़ता है और वह नई चीजों का अनुभव करने के लिए तैयार रहता है।
एक दूसरे से जुड़ाव: आपकी जानकारी के लिए बता दे की, मां और बच्चे का एक दूसरे के साथ एक अलग बंधन होता है। जब बच्चा अपनी मां के साथ होता है तो वह अपनी मां के साथ एक अलग स्तर का जुड़ाव महसूस करता है।
रिश्ते में संवेदनशीलता: संवेदनशीलता मां और बच्चे के रिश्ते में अहम भूमिका निभाती है। बच्चों को उनकी जरूरतें समझाने में मां अहम भूमिका निभाती है। माँ अपने बच्चों के प्रति संवेदनशील होती है और उन्हें सही और गलत के बीच का अंतर समझने में मदद करती है।