Heavy periods and cancer: पीरियड्स में क्या अधिक ब्लीडिंग होती है कैंसर का कारण, जानें कितना रक्तस्राव है सामान्य ?

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PC: saamtv.esakal

मासिक धर्म को महिलाओं के लिए एक प्राकृतिक प्रक्रिया माना जाता है। हर महिला को इसका सामना करना पड़ता है। महिलाओं को मासिक धर्म से पहले और बाद में कई शिकायतें होती हैं। इसमें पेट दर्द, पीठ दर्द और ऐंठन जैसी समस्याएं शामिल हैं। कई महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान हल्का रक्तस्राव होता है, जबकि अन्य को भारी रक्तस्राव होता है। आज इस लेख के माध्यम से आइए जानें कि पीरियड्स के दौरान कितना ब्लीडिंग होना सामान्य है। इसके अलावा, कैंसर का निदान मासिक धर्म के रक्तस्राव के आधार पर किया जाता है।


कितना रक्तस्राव सामान्य माना जाता है?

मासिक धर्म के दौरान 30 से 80 मिलीलीटर रक्तस्राव होना सामान्य माना जाता है। यदि 80 मिलीलीटर से अधिक रक्तस्राव हो तो इसे भारी रक्तस्राव माना जाता है। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, सामान्य मासिक धर्म रक्तस्राव 30 से 60 मिलीलीटर प्रति माह होता है।


मासिक धर्म के दौरान ब्लीडिंग की मात्रा प्रत्येक महिला में अलग-अलग हो सकती है। महिलाओं को आमतौर पर 2 से 7 दिनों तक रक्तस्राव होता है। जिसमें 30 मिलीलीटर को सामान्य रक्तस्राव तथा 120 मिलीलीटर को भारी रक्तस्राव माना जाता है। लेकिन अगर ब्लीडिंग ज्यादा हो तो इसे कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों का लक्षण माना जाता है।


भारी रक्तस्राव किस कैंसर का लक्षण है?
मासिक धर्म के दौरान भारी रक्तस्राव को गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर का लक्षण माना जाता है। इस कैंसर के शुरुआती चरण में, मासिक धर्म के दौरान भारी रक्तस्राव हो सकता है। इसके अलावा मासिक धर्म के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव भी फाइब्रॉएड ट्यूमर का लक्षण माना जाता है। इन्हें गैर-कैंसरकारी ट्यूमर माना जाता है जो गर्भाशय में उत्पन्न होते हैं। इससे पेट दर्द और पीठ दर्द होने का खतरा रहता है।

मासिक धर्म के दौरान भारी रक्तस्राव के कई कारण होते हैं। जैसे, हार्मोनल असंतुलन, फाइब्रॉएड, एंडोमेट्रियोसिस। इसके अलावा, पीरियड्स के दौरान भारी रक्तस्राव के दौरान आयरन की कमी, गर्भावस्था के दौरान समस्या और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याएं भी अनुभव होती हैं।


यदि आपको मासिक धर्म के दौरान भारी रक्तस्राव का अनुभव होता है, तो हर 1-2 घंटे में अपना सैनिटरी नैपकिन अवश्य बदलें। इसके अलावा, अगर आपको इस दौरान अत्यधिक परेशानी महसूस हो रही है, तो समय रहते डॉक्टर से परामर्श लेना फायदेमंद रहेगा।

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