Health: किसी भी तरह की गांठ से मिल जाएगा छुटकारा, इस नुस्खे से 7 दिनों में मिलेगा आराम

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PC: indianews

हाल के दिनों में शरीर में गांठों का होना आम बात हो गई है। यह समस्या किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है, फिर भी इसे अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है। अगर इसका इलाज न किया जाए, तो ये गांठें गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकती हैं। इसलिए, एक प्रभावी उपाय खोजना महत्वपूर्ण है जो न केवल लगातार गांठों को जड़ से खत्म करे बल्कि उन्हें दोबारा होने से भी रोके। आइए इस उपाय को विस्तार से जानें।

गांठ बनने के कारण

ऐसे कई कारक हैं जो गांठों के बनने का कारण बन सकते हैं, जैसे:

हार्मोनल असंतुलन: हार्मोनल स्तर में व्यवधान असामान्य वृद्धि को ट्रिगर कर सकता है।
पोषण की कमी: आवश्यक विटामिन और खनिजों की कमी से अनियमित कोशिका वृद्धि हो सकती है।
तनाव और अस्वस्थ जीवनशैली: तनाव और अव्यवस्थित दिनचर्या के कारण विषाक्त पदार्थों की  गांठ बनने में योगदान दे सकता है।
आनुवांशिक कारक: कभी-कभी, यह स्थिति परिवारों में चलती है।

गांठ को खत्म करने के लिए प्रभावी आयुर्वेदिक उपाय

आयुर्वेद गांठों की समस्या से निपटने के लिए प्राकृतिक उपचार प्रदान करता है। यहाँ एक बहुत ही कारगर उपाय बताया गया है:

कच्ची हल्दी और सरसों के तेल का पेस्ट

सामग्री:

1 चम्मच कच्ची हल्दी का पेस्ट
1 चम्मच सरसों का तेल
एक चुटकी सेंधा नमक

विधि:

कच्ची हल्दी को पीसकर चिकना पेस्ट बना लें।
पेस्ट में सरसों का तेल और सेंधा नमक मिलाएँ।
मिश्रण को हल्का गर्म करें।
इसे प्रभावित जगह पर लगाएँ और धीरे से मालिश करें।
इसे एक घंटे तक लगा रहने दें और फिर गुनगुने पानी से धो लें।

यह क्यों कारगर है:

हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो अपने सूजन-रोधी गुणों के लिए जाना जाता है जो सूजन को कम करता है और असामान्य कोशिका वृद्धि को रोकता है। सरसों का तेल त्वचा में गहराई तक प्रवेश करता है, गांठ को नरम करता है, जबकि सेंधा नमक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।

अतिरिक्त उपयोगी सुझाव

गर्म सेंक: गर्म सेंक लगाने से गांठ धीरे-धीरे कम हो सकती है।
आयुर्वेदिक काढ़ा: गिलोय, अश्वगंधा और हल्दी का मिश्रण रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
योग और श्वास व्यायाम: अनुलोम विलोम और भ्रामरी जैसे अभ्यास रक्त परिसंचरण को बढ़ाते हैं।

क्या न करें

गांठों को बार-बार छूने या दबाने से बचें।
जंक और ऑयली फ़ूड से दूर रहें।
देर रात तक जागने से बचें।

इस प्राकृतिक उपाय का लगातार पालन करने से पुरानी और जिद्दी गांठों को भी जड़ से खत्म किया जा सकता है। यह तरीका सुरक्षित और समग्र है, लेकिन गंभीर स्थितियों के मामले में, स्वास्थ्य सेवा पेशेवर से परामर्श करना उचित है। एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाने और आयुर्वेदिक समाधानों का लाभ उठाने से रोग मुक्त और स्वस्थ शरीर बनाए रखने में मदद मिल सकती है।

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