Health Tips- स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं मुलेठी, ऐसे करें जीवनशैली में शामिल
मुलेठी एक प्राकृतिक जड़ी बूटी है जिसका उपयोग सदियों से पारंपरिक चिकित्सा में विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता रहा है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो इसे खांसी और गले में खराश के लिए एक प्रभावी उपाय बनाते हैं। खांसी और गले में खराश के लिए मुलेठी का उपयोग करने के चार तरीके इस प्रकार हैं:
मुलेठी की चाय: मुलेठी के कुछ टुकड़ों को पानी में 10-15 मिनट तक उबालें और इस पानी को छान लें। स्वाद के लिए शहद या नींबू का रस मिलाएं और इसे गर्म पीएं। मुलेठी की चाय गले में सूजन को कम करने और खांसी से राहत दिलाने में मदद कर सकती है।
मुलेठी और अदरक की चाय: अदरक के एक छोटे टुकड़े को कद्दूकस करके मुलेठी के साथ उबलते पानी में डाल दें। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो गले की जलन और खांसी को कम करने में मदद कर सकते हैं।
मुलेठी और शहद का पेस्ट: एक बड़ा चम्मच मुलेठी पाउडर में एक बड़ा चम्मच शहद मिलाकर पेस्ट बना लें। गले की खराश और खांसी से राहत पाने के लिए इस पेस्ट का सेवन दिन में दो बार करें।
मुलेठी और दूध: मुलेठी के कुछ टुकड़ों को दूध में उबालें और छान लें। अतिरिक्त स्वाद के लिए इसमें शहद मिलाएं और इसे गर्म ही पिएं।
मुलेठी को अपने आहार में शामिल करने और इन उपायों को आजमाने से आपको खांसी और गले में खराश के लिए इसके लाभों का अनुभव हो सकता है।