Health tips : मोबाइल से हो सकते हैं कैंसर-नपुंसकता के शिकार! रिसर्च में बड़ा खुलासा

आजकल हर कोई मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता है। बहुत कम लोगों का मानना है कि यह फोन ऐसा है जिससे कैंसर, एकाग्रता, मानसिक स्वास्थ्य और प्रजनन संबंधी खतरे हैं। सबूत दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। यह चेतावनी एक बार नहीं, बल्कि बार-बार दी जा चुकी है. अब इस बार एक नई चेतावनी दी गई है कि सिर्फ सोते समय ही नहीं हर वक्त मोबाइल फोन के रेडिएशन से बचने में ही समझदारी है नहीं तो कैंसर से लेकर नामर्दी तक कुछ भी हो सकता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की, मोबाइल फोन कम आवृत्ति वाले रेडियो संकेतों के माध्यम से सूचनाओं का आदान-प्रदान करते हैं। इस प्रक्रिया में स्वास्थ्य के लिए खतरनाक विकिरण होता है, जब हम मोबाइल पर स्ट्रीमिंग करते हैं, तो बड़ी फाइलें डाउनलोड करते हैं। मोबाइल फोन का रेडिएशन खतरनाक होता है, मगर बहुत सारे अध्ययन इन दोनों के बीच संबंध की ओर इशारा करते हैं।
रेडिएशन का सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को होता है। सूचना के प्रसारण के लिए मोबाइल फोन द्वारा उपयोग की जाने वाली रेडियो फ्रीक्वेंसी (RF) विकिरण के स्तर में काफी नीचे आ जाती है, मगर चूंकि मोबाइल फोन का लगातार उपयोग किया जाता है और यह हमारे शरीर के बहुत करीब होता है, इसलिए यह विकिरण खतरनाक हो जाता है। कई देशों में अब तक हुए अध्ययनों के मुताबिकजो पुरुष लंबे समय तक मोबाइल फोन जेब में रखते हैं उनमें शुक्राणुओं का स्तर बहुत कम पाया गया है।
क्या करें - आपकी जानकारी के लिए बता दे की मोबाइल पर बात करने के लिए स्पीकरफोन या हेडसेट का इस्तेमाल करें या फिर फोन को अपने कानों और सिर से दूर रखें। मोबाइल फोन को किसी भी सूरत में जेब या बेल्ट पर न लगाएं। इसके बजाय इसे बैग या ब्रीफकेस में डालकर कैरी करें। जब आप मोबाइल फोन का उपयोग नहीं कर रहे हों, तो इसे हवाई जहाज मोड में बदल दें या इसे बंद कर दें।