Health tips : इन फलों को खाने से बढ़ती है आंखों की रोशनी और बीमारियां रहती हैं दूर !

लैपटॉप या मोबाइल डिवाइस के लगातार इस्तेमाल से आंखों में होने वाली जलन को नजरअंदाज करने की गलती न करें। बता दे की, आंखों से जुड़ी किसी भी समस्या को नजरअंदाज करने से आंखों की रोशनी जा सकती है। यदि आप अपनी आंखों की सेहत को लंबे समय तक बरकरार रखना चाहते हैं तो इन फलों को अपनी डाइट में शामिल करें। बता दे की, हमारी आंखें शरीर का बेहद नाजुक अंग हैं। जो थोड़ा अधिक ध्यान देने की मांग करते हैं। ये लंबे समय तक ठीक से काम करते रहें, जिसके लिए इन्हें ढेर सारे विटामिन और पोषक तत्वों की जरूरत होती है। आँखों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। बच्चे कम उम्र में ही आंखों से जुड़ी इन सभी समस्याओं से परेशान रहते हैं, साथ ही उनमें सूखापन भी बढ़ जाता है और आंखें साफ नजर नहीं आने लगती हैं। अगर आप अपनी आंखों के स्वास्थ्य को बनाए रखना चाहते हैं तो अपने आहार पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। आंखों का स्वास्थ्य काफी हद तक विटामिन ए, सी और ई पर निर्भर करता है।
1. आड़ू
बता दे की, आड़ू का सेवन आंखों की सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है। इसमें बीटा कैरोटीन होता है. आड़ू में ऐसे पोषक तत्व भी होते हैं जो आंखों की रेटिना के लिए अच्छे होते हैं, जैसे फाइबर, विटामिन सी, जिंक और कॉपर।
2. आम
आम में विटामिन ए और विटामिन ई होता है। आपकी आंखों की सतह पर विटामिन ए संक्रमण और बैक्टीरिया को खत्म करने का काम करता है। बता दे की, विटामिन ई सीधे दृष्टि को बढ़ाता है। एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में, विटामिन ई आंखों को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाता है। विटामिन ए की कमी के कारण आंखें शुष्क और धुंधली हो सकती हैं।
3. गाजर
आपकी जानकारी के लिए बता दे की, गाजर में बीटा-कैरोटीन और विटामिन ए दोनों भरपूर मात्रा में होते हैं। जो दृष्टि में सुधार के लिए आवश्यक है। जिसके अलावा, गाजर बीटा-कैरोटीन, फाइबर, पोटेशियम, विटामिन K1 और एंटीऑक्सिडेंट का एक अच्छा स्रोत है, जो आंखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं। यह आंखों को ऑक्सीडेटिव तनाव से होने वाले नुकसान से भी बचाता है।
इन बातों पर भी दें ध्यान
लगातार लैपटॉप, मोबाइल या टीवी के सामने न बैठें। काम के दौरान अपनी आंखों को आराम दें।
बता दे की, अपने मोबाइल या लैपटॉप का उपयोग लाइट बंद करके न करें; इससे आंखों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है।
आंखों की रोशनी बढ़ाने वाले व्यायामों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।