Cancer prevention tips: 3 में से 1 कैंसर को रोका जा सकता है! जीवनशैली में 5 बदलाव बचा सकते हैं आपकी जान

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आजकल अस्वास्थ्यकर जीवनशैली के कारण कैंसर जैसी बीमारियों के मामले बढ़ गए हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर तीन में से एक कैंसर को जीवनशैली में साधारण बदलाव लाकर रोका जा सकता है? हालाँकि आनुवंशिक कारक आंशिक रूप से इसके लिए ज़िम्मेदार हैं, लेकिन हमारी दैनिक आदतें भी इसमें अहम भूमिका निभाती हैं।
हम क्या खाते हैं, कितना चलते हैं, यहाँ तक कि कितना सोते हैं, ये छोटी-छोटी बातें हमारे भविष्य के स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं। कैंसर विशेषज्ञ डॉ. सादिक रघुराम ने कुछ आसान जीवनशैली के तरीके बताए हैं, जिन्हें कोई भी आसानी से अपना सकता है और कैंसर के खतरे को कम कर सकता है।
डॉ. साध्विक ने कहा, "हर तीन में से एक कैंसर को रोका जा सकता है। न तो जादू से, न ही पहाड़ों पर चढ़ने से, बल्कि सिर्फ़ आदतों से। इन पाँच छोटे लेकिन वैज्ञानिक रूप से सिद्ध बदलावों से, हम आज से ही जोखिम को कम कर सकते हैं।
प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से दूर रहें
प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और रेडीमेड मांस उत्पाद शरीर में सूजन बढ़ाते हैं और कैंसर के खतरे को बढ़ाते हैं। सॉसेज, बेकन, पैकेज्ड स्नैक्स, रेडी-टू-ईट खाद्य पदार्थों को कम करके उनकी जगह सब्ज़ियाँ, फल और साबुत अनाज का सेवन करने से शरीर स्वस्थ रहेगा।
नियमित रूप से सनस्क्रीन का प्रयोग करें
त्वचा कैंसर का खतरा पराबैंगनी किरणों के कारण सबसे ज़्यादा होता है। इसलिए गर्मी, सर्दी, बादल वाले मौसम में, यहाँ तक कि घर में खिड़की के पास बैठते समय भी सनस्क्रीन लगाना ज़रूरी है। टोपी, धूप का चश्मा या पूरे बाहरी वस्त्र पहनने से ज़्यादा सुरक्षा मिलती है।
रोज़ाना सक्रिय रहें
रोज़ कम से कम आधा घंटा टहलना ज़रूरी है। टहलना, साइकिल चलाना, जिम जाना, डांस करना या कुत्ते के साथ टहलना भी उपयोगी है। सीढ़ियों का इस्तेमाल करना या बीच-बीच में टहलना जैसी छोटी-छोटी आदतें भी शरीर की गति को बढ़ाती हैं। इससे कैंसर का खतरा कम होता है और ऊर्जा भी बढ़ती है।
लंबे समय तक बैठने से बचें
लगातार बैठे रहने से कई पुरानी बीमारियों और यहाँ तक कि कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए, समय-समय पर उठना, टहलना, स्ट्रेचिंग करना या हल्का व्यायाम करना ज़रूरी है। ये छोटी-छोटी गतिविधियाँ रक्त प्रवाह को बेहतर बनाती हैं।
पर्याप्त और अच्छी नींद लें
रोज़ाना 7-8 घंटे की आरामदायक नींद शरीर के लिए ज़रूरी है। इससे तनाव कम होता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और शरीर की मरम्मत प्रक्रिया अच्छी तरह से होती है। इसके अलावा, सोने से पहले स्क्रीन का इस्तेमाल कम करें। एक निश्चित समय पर सोने की आदत डालें और शांत, आरामदायक वातावरण बनाएँ।