Brain Stroke Symptoms: थकान को नज़रअंदाज़ न करें, ये हो सकते हैं ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण; जानें डिटेल्स

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मस्तिष्क मानव जीवन का सबसे महत्वपूर्ण और अभिन्न अंग है। मस्तिष्क के बिना हमारा शरीर कोई भी गतिविधि या कार्य नहीं कर सकता। विशेष रूप से, वर्तमान में कई लोगों में स्ट्रोक का खतरा बढ़ रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि बदलती जीवनशैली के कारण यह बदलाव हो रहा है। स्ट्रोक अचानक होता है और रोगी के जीवन पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।
कई बार लोग शुरुआती लक्षणों को पहचान नहीं पाते या उन्हें अनदेखा कर देते हैं, जिसके गंभीर परिणाम होते हैं। इस विषय के विशेषज्ञों का कहना है कि अगर स्ट्रोक के शुरुआती लक्षणों को तुरंत पहचान लिया जाए और समय पर इलाज किया जाए, तो रोगी की जान बचाना संभव है।
हाल के दिनों में, युवाओं में भी स्ट्रोक के मामले बढ़ रहे हैं। इसके पीछे मुख्य कारण अत्यधिक काम का तनाव, लगातार मानसिक तनाव, असंतुलित आहार और पर्याप्त नींद की कमी है। इन कारणों से शरीर पर पड़ने वाला तनाव सीधे मस्तिष्क पर असर डालता है और स्ट्रोक की संभावना को बढ़ा देता है।
स्ट्रोक के दौरान, रोगियों को कई लक्षण दिखाई देने लगते हैं जैसे तेज़ सिरदर्द, अचानक चक्कर आना, धुंधला दिखाई देना, बोलने में कठिनाई, चेहरे, हाथ या पैरों का सुन्न होना। अक्सर, अनजाने में संतुलन खोना, चलने में कठिनाई या बार-बार गिरना, और कमज़ोरी को भी गंभीर चेतावनी माना जाता है। लेकिन लोग इन लक्षणों को थकान या साधारण शारीरिक कमज़ोरी समझकर अनदेखा कर देते हैं।
अगर समय पर ध्यान न दिया जाए, तो स्ट्रोक के परिणाम और भी गंभीर हो सकते हैं। इनमें लकवा, याददाश्त कम होना, बोलने में असमर्थता, अवसाद और मानसिक तनाव में वृद्धि शामिल है। सबसे गंभीर बात यह है कि अगर समय पर इलाज न किया जाए तो स्ट्रोक जानलेवा भी हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, स्ट्रोक से बचाव के लिए तनाव कम करना, नियमित व्यायाम करना, पर्याप्त नींद लेना और संतुलित आहार लेना ज़रूरी है। इसलिए, अपने तन और मन का ध्यान रखना ज़रूरी है, साथ ही शुरुआती लक्षणों को पहचानकर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना भी ज़रूरी है।