गरुड़ पुराण के अनुसार जाने क्या होता है अगर स्त्री करती है सुबह के समय पति का संग
स्त्री-पुरुष के बीच पारस्परिक आकर्षण, सृष्टि का एक अटल सत्य है। सृष्टि की रचना ही इस आकर्षण और मिलन पर निर्भर है इसलिए यह कहना उचित ही होगा कि महिला-पुरुष का संगम अगर सामाजिक, धार्मिक और पारिवारिक मान्यताओं के अनुसार किया जाए तो यह एक बेहद पवित्र घटनाक्रम है। इसके साथ ही हिन्दू धर्म में विभिन्न धार्मिक ग्रंथ पाए जाते हैं, जिनमें से एक है गरुड़ पुराण। सामान्यत: लोग गरुड़ पुराण के उस ग्रंथ के रूप में जानते हैं जिसका पाठ व्यक्ति की मृत्यु के पश्चात् पढ़ा जाता है।
इस महान ग्रंथ में आत्मा इस लोक से परलोक तक कैसे पहुंचती है, उसके रास्ते में कैसी अढ़चनें आती हैं, अब बताया गया है। जीवन में कैसे कर्म करने से मृत्यु पश्चात् हमारी आत्मा को क्या हासिल होगा, वह स्वर्ग में जाएगी या नर्क भोगेगी या फिर उसे नया जन्म प्राप्त होगा। इसका सारा लेखा-जोखा भी इसे महान ग्रंथ में शामिल किया गया है।इसके साथ ही इसमें ऐसी बातें भी बताई गई हैं जो हमें लाइफ मैनेजमेंट के सूत्र सिखाती हैं जो हमें जीवन से जुड़ी अनेक गुप्त बातों से अवगत करवाता है, ये बातें हमारे लिए जानना बहुत ही जरूरी है |
आप सभी को बता दें कि गरुड़ पुराण हमें कई प्रकार की जानकारियां देता है| ऐसे में गरुड़ पुराण भगवान विष्णु द्वारा अपने गरूण को बताई गई जानकारी है और आज ऐसे में हम आपक्को कुछ ऐसी आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनसे मनुष्य की उम्र लंबी होने की वजह कम हो जाती है और वह 50 साल में ही मृत्यु को प्राप्त हो जाता है. जी हां, कहा जाता है यह गरुड़ पुराण में लिखा हुआ है और ऐसे में यह बात आज हम आपको बताने जा रहे हैं. आप सभी को बता दें कि यह बात शारीरिक संबंध से जुडी हुई है|
शास्त्रों में सभी काम के लिए कोई न कोई समय निर्धारित किया गया है उस समय पर उस काम को करने से काम के सफल होने की संभावना ज्यादा रहती है। प्रत्येक काम के लिए कोई न कोई विशेष समय निर्धारित किया गया है। शास्त्रों के अनुसार कोई काम सुबह से समय करना शुभ रहता है तो कोई काम रात के समय करना शुभ माना जाता है। जैसे हमारे शास्त्रों में पूजा पाठ का सही समय सुबह और शाम में निर्धारित किया है। उसी प्रकार पढाई के लिए सुबह का समय निर्धारित किया गया है। ऐसे ही हमारे शास्त्रों में शारीरिक संबंध बनाने के लिए भी समय का निर्धारण किया गया है।
जी दरअसल गुरु पुराण में साफ-साफ बताया गया है कि सुबह अत्यधिक मैथुन करना या संबंध बनाना हानिकारक होता है. वहीं ऐसा करने से मनुष्य की आयु कम हो जाती है|शास्त्रों में माना जाता है कि सुबह का समय यानि ब्रह्मबेला के समय में शारीरिक संबंध बनाना उचित नहीं है। यह समय व्यक्ति की मानसिक तथा आध्यात्मिक शक्तियों को जागृत करने के लिए होता है। इस कारण से मध्यरात्रि के एक प्रहर के बाद किसी को भी शारीरिक संबंध नही बनाना चाहिए।
ब्रह्ममुहर्त के समय में किसी भी व्यक्ति को अध्ययन, मनन, ध्यान व पूजा-पाठ का काम करना चाहिए। लेकिन इस समय मे भूलकर भी शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए। इस समय में शारीरिक संबंध बनाने से पुरुषत्व की हानि तो होती है इसके साथ ही व्यक्ति का बुरा समय भी शुरु होता है और 50 साल कि उम्र में उसकी मृत्यु हो जाती है । शास्त्रों में शारीरिक संबंध बनाने के सबसे सही समय सुबह 3 बजे से पहले का माना गया है।