ठंड में शीतलहर से खुद को सुरक्षित रखने के लिए क्या करें और क्या न करें, जान लें ये ज़रूरी बातें
आमतौर पर जनवरी के मध्य में उत्तर भारत में ठंड कम होने लगती है। हालांकि, इस साल तस्वीर उलटी है। उत्तरायण से मौसम और घातक होता जा रहा है। तो शीत लहर के दौरान इन बातों का ध्यान रखना जरूरी हो जाता है। अगले कुछ दिनों में कड़ाके की ठंड की संभावना को देखते हुए लोगों को मौसम विभाग के पूर्वानुमान के लिए रेडियो, टीवी और समाचार पत्रों जैसे मीडिया में प्रसारित आधिकारिक अधिसूचना का पालन करना चाहिए।
सर्दियों में पर्याप्त गर्म कपड़े रखें पर्याप्त मात्रा में भोजन, पानी, ईंधन, बैटरी, चार्जर, आपातकालीन रोशनी और आवश्यक दवाएं रखना सुनिश्चित करें कि दरवाजे और खिड़कियां ठीक से बंद हों, ताकि ठंडी हवा घर में प्रवेश न कर सके शीतलहर विभिन्न बीमारियों जैसे बहती या भरी हुई नाक या नाक से खून आने की संभावना को बढ़ा देती है।
जो आमतौर पर लंबे समय तक ठंड के संपर्क में रहने के कारण होता है। ऐसे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत स्वास्थ्य कार्यकर्ता या चिकित्सक से संपर्क करें। मौसम विभाग की जानकारी और आपातकालीन प्रक्रिया की जानकारी का पालन करें और आधिकारिक सरकारी सलाह का पालन करें जितना हो सके घर के अंदर रहें और ठंडी हवाओं, ओले या बर्फ में भी यात्रा करने से बचें।