ताजमहल के 22 बंद कमरों का खुलेगा राज! 22 कमरों में है भगवान की मूर्तियां? राज सामने लाने के लिए कोर्ट में दाखिल हुई याचिका

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इससे पहले भी ताजमहल में स्थित   कमरों में हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां होने के दावे किए जाते रहे हैं, लेकिन इन दावों कितनी सच्चाई है, इससे अभी तक पर्दा नहीं उठ पाया है। जिसे लेकर अब कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया है। अब ऐसी स्थिति में देखना होगा कि उक्त मामले में कितनी सच्चाई निकलकर सामने आती है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा।

नई दिल्ली। इस वक्त बड़ी और चर्चित खबर सामने आ रही है कि रजनीश नामक एक शख्स ने इलाहबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है, जिसमें मांग की है कि ताजमहल के 22 कमरों को खुलवाए जाए और इसकी जांच पुरातत्व विभाग से की जाए।

इन कमरों की जांच कर रिपोर्ट एएसआई कमेटी को सौंपी जाए। याचिका में दावा किया गया है कि ताजमहल के इन बंद कमरों में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां हैं, जिनकी जांच कर रिपोर्ट कमेटी को सौंपी जाए, ताकि सच सबके सामने आ सकें।

बता दें बीजेपी के मीडिया प्रभारी ने उपरोक्त याचिका हाईकोर्ट में दाखिल की है। बता दें कि इससे पहले भी ताजमहल में स्थित   कमरों में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां होने के दावे किए जाते रहे हैं, लेकिन इन दावों कितनी सच्चाई है,

इससे अभी तक पर्दा नहीं उठ पाया है। जिसे लेकर अब कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया है। अब ऐसी स्थिति में देखना होगा कि उक्त मामले में कितनी सच्चाई निकलकर सामने आती है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा। आइए, अब आगे आपको इन 22  कमरों के रहस्य के बारे में आपको विस्तार से बताते हैं।

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22 कमरों का रहस्य…!!  

कथित तौर पर ताजमहल के ये 22 कमरें संगमरमर के बने हुए हैं। इनके मध्य में दो मंजिल हैं। जिनमें 12 से 15 विशाल कक्ष हैं। ये मंजिलें लाल पत्थरों से बने हुए हैं। फिलहाल इन झरेखों के चुनवा दिया गया है। हालांकि, इस बात को लेकर पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि इन कमरों में भगवान की मूर्तियां हैं,

लेकिन इससे पहले कभी इसके पीछे की सच्चाई को उजागर करने की कोशिश नहीं की गई थी। लेकिन अब जब इस पूरे मसले को लेकर कोर्ट का रुख किया गया है, तो ऐसी स्थिति में अब यह देखना होगा कि इन कमरों में की सच्चाई किस रूप में सभी के सामने आती है।

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बता दें कि अभी सुरक्षा के लिहाज से इन 22 कमरों को बंद कर दिया गया है और मौके पर भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। ध्यान रहे कि ताजमहल शुरू से सियासी गलियारों में सियासी विषय के रूप में उभरकर सामने आते रहा है। कई मौकों पर सियासी नुमाइंदे इसे लेकर जमकर राजनीति करते हुए भी दिखे हैं। खासकर चुनाव के मौसम में इसे लेकर राजनीति कहीं ज्यादा तीक्ष्ण हो जाती है। लेकिन अब इस पूरे मामले में क्या कुछ सच्चाई निलकर सामने आती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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