ना बीपी, ना शुगर..., फिर भी आ रहा साइलेंट हार्ट अटैक, जानिए वजह

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आजकल इंसान की जीवनशैली ऐसी हो गई है कि दिल की सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी हो गया है। अब तो कम उम्र के लोगों को भी हार्ट अटैक जैसी गंभीर स्थिति से गुजरना पड़ता है। यह एक ऐसी स्थिति है जब किसी व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ने के किसी भी लक्षण का अनुभव नहीं होता है। कई बार ये साइलेंट अटैक जानलेवा भी साबित हो सकते हैं। हाल ही में साइलेंट हार्ट अटैक का ऐसा मामला सामने आया है। जिसने डॉक्टर्स को भी हैरान कर दिया है.

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एंजियोप्लास्टी के बाद मरीज का दिल फिर से सामान्य रूप से धड़कने लगा। हालत में सुधार होने पर मरीज को वेंटीलेटर से हटा दिया गया। मामूली सुधार पर मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया। अब मरीज का 60 फीसदी दिल सामान्य रूप से काम कर रहा है। अपोलो अस्पताल के कार्डियो विभाग के एक अन्य वरिष्ठ डॉक्टर मुकेश गोयल ने कहा कि यह एक बहुत ही गंभीर मामला था क्योंकि मरीज की हालत मिनट दर मिनट बिगड़ती जा रही थी। मरीज लगातार वेंट्रिकुलर फिब्रिलेशन से पीड़ित था। इतनी कोशिशों के बाद भी उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो रहा था।

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डॉ. गोयल ने कहा कि जब उन्हें अपोलो लाया गया तो उनका जल्दी से इलाज हो गया। एंजियोप्लास्टी के दौरान डॉक्टर लगातार उन्हें मसाज और शॉक दे रहे थे। डॉ. गोयल ने आगे कहा कि उनकी उम्र के लोगों में साइलेंट हार्ट अटैक के मामले बहुत आम हैं.

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