Diabetes Type 1: मधुमेह टाइप-1 की पहचान कैसे करें? इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज

मधुमेह के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। मधुमेह एक हार्मोनल स्थिति है जिसमें रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। मधुमेह मुख्यतः दो प्रकार का होता है टाइप 1 मधुमेह और टाइप 2 मधुमेह। टाइप 1 मधुमेह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जो शरीर को इंसुलिन बनाने से रोकती है।
एक ऑटोइम्यून बीमारी में, प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर पर ही हमला करती है। दुनिया में करीब 5 से 10 फीसदी लोग टाइप 1 डायबिटीज से पीड़ित हैं टाइप 1 मधुमेह के लक्षण आमतौर पर जल्दी विकसित होते हैं। सीडीसी वेबसाइट के अनुसार टाइप 1 मधुमेह बच्चों और युवा वयस्कों में अधिक आम है। अन्य लक्षणों में प्यास और बढ़ा हुआ पेशाब शामिल है। इसके साथ ही बढ़ा हुआ शुगर भी एक लक्षण हो सकता है। इसके अलावा वजन कम होना भी टाइप 1 डायबिटीज का संकेत है।
रक्त में ग्लूकोज होता है लेकिन यह इंसुलिन के बिना कोशिकाओं में प्रवेश नहीं कर सकता है। जब इंसुलिन की कमी हो जाती है तो प्रोटीन और वसा टूटने लगते हैं और शरीर उनसे प्राप्त ऊर्जा से काम करना शुरू कर देता है। इससे वजन कम होने लगता है। बच्चों में टाइप 1 डायबिटीज के शुरुआती लक्षणों में प्यास, बार-बार पेशाब आना, थकान और चिड़चिड़ापन शामिल हैं।