यौन शोषण मामले में Ganesh Acharya को मिली जमानत

d

बॉलीवुड के मशहूर कोरियोग्राफर गणेश आचार्य को मुंबई की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने यौन उत्पीड़न मामले में जमानत दे दी है। गुरुवार को गणेश आचार्य कोर्ट में पेश हुए थे और यहीं उन्हें बेल दे दी गई। बता दें, गणेश आचार्य के ऊपर ये मामला साल 2020 में दर्ज हुआ था। जब एक महिला डांसर ने उनपर यौन शोषण मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। मामले की जांच में जुटी पुलिस ने गणेश आचार्य के खिलाफ चार्जशीट दायर कर ली थी।

m

महिला ने गणेश आचार्य पर लगाए थे कई आरोप
महिला डांसर ने अपनी शिकायत में गणेश पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वह उनके ऑफिस में काम करने के लिए जाती थी, तो कोरियोग्राफर उस पर गलत टिप्पणियां करने के साथ अश्लील वीडियो भी देखने को कहते थे। इसका विरोध करने पर गणेश आचार्य ने उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया था। इतना ही नहीं महिला ने ये भी कहा था कि उनके खिलाफ बोलने पर छह माह बाद ही भारतीय फिल्म और टेलीविजन कोरियोग्राफर एसोसिएशन के द्वारा उनकी सदस्यता भी खत्म कर दी गई थी।

महिला डांसर की हुई थी पिटाई
महिला डांसर ने गणेश आचार्य पर मारपीट करने का आरोप भी लगाया था। उनका कहना था कि जब उसने मीटिंग में सभी के सामने कोरियोग्राफर का विरोध किया तो गणेश और उनके साथियों ने उसकी पिटाई कर दी थी। महिला डांसर पहले पुलिस के पास सीधे गई थीं, मामला दर्ज न किए जाने पर उन्होंने वकील के द्वारा इस प्राथमिकी को दर्ज करवाया था। 

h

गणेश आचार्य ने आरोपों को बताया था झूठा
इन आरोपों के घेरे में फंसे गणेश आचार्य ने सभी को झूठा बताया था और कहा था कि वह महिला को नहीं जानते हैं। बता दें, इस पूरे मामले में गणेश आचार्य को कभी गिरफ्तार नहीं किया गया था। बस अब इस केस में उन्हें बेल दे दी गई है। गणेश आचार्य ने 90 के दशक में कोरियोग्राफर कमलजी के असिस्टेंट के तौर पर काम शुरू किया था। साल 1992 में अपनी पहली फिल्म अनाम में उन्होंने काम किया। फिल्म लज्जा के गाने बड़ी मुश्किल को कोरियोग्राफ करने के बाद उन्हें पॉपुलैरिटी मिली थी।

From Around the web