'दृश्यम' और 'क्राइम पेट्रोल' से प्रेरित होकर व्यक्ति ने महिला की हत्या कर शव जलाया; एक समारोह में देख गहनों का आ गया था लालच

उदयपुर पुलिस ने बुधवार को एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया जिसने एक बुजुर्ग महिला की हत्या कर उसके शव को जला दिया था। उसने बताया कि यह अपराध फिल्म 'दृश्यम' और टीवी शो 'क्राइम पेट्रोल' से प्रेरित था।
उदयपुर एसपी योगेश गोयल ने बताया कि मामले की शुरुआत 23 फरवरी को सुंदरलाल द्वारा फतेहनगर थाने में अपनी बुजुर्ग चाची चांदी बाई के बारे में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने से हुई। दो महीने बाद 22 अप्रैल को इस मामले में बीएनएस और एससी/एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई।
सहायक एसपी मनीष कुमार ने जांच की कमान संभाली। जांच में पता चला कि चांदी बाई को आखिरी बार 22 फरवरी को उसके घर के पास देखा गया था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उसे सिल्वर कलर की वैन में ले जाया जा रहा था। आगे की पूछताछ में वैन रमेश लोहार की निकली, जिसका आपराधिक रिकॉर्ड रहा है।
रमेश को हिरासत में लिया गया और उसने अपराध कबूल करते हुए बताया कि वह फिल्म 'दृश्यम' और टीवी शो 'क्राइम पेट्रोल' से प्रेरित था। 9 जनवरी को एक पारिवारिक कार्यक्रम के दौरान रमेश ने चांदी बाई को आभूषण पहने हुए देखा और अपराध की योजना बनाना शुरू कर दिया। 22 फरवरी को, उसने उसे अपनी वैन में फुसलाया और अंधेरे का इंतजार करते हुए घंटों तक इधर-उधर घुमाया।
उसने फिर महिला को रिंच से मार डाला, उसके आभूषण चुरा लिए और उसके शव को टुकड़ों में काट कर डंपिंग यार्ड में जला दिया, शव को खोजे जाने से रोकने के लिए अवशेषों को इधर-उधर बिखेर दिया।
रमेश ने चोरी किए गए कुछ आभूषण बेच दिए और कुछ को पिघला दिया। उसकी पत्नी ने बताया कि वह 'दृश्यम' और 'क्राइम पेट्रोल' के प्रति बहुत जुनूनी था।
डिजिटल साक्ष्यों से पता चला कि वह बार-बार फिल्म देखता था और संबंधित सामग्री खोजता था। रमेश ने पुलिस को मानव अवशेषों के बजाय जानवरों की हड्डियों की ओर निर्देशित करके गुमराह करने का प्रयास किया।
जांच में चोरी किए गए आभूषण और अपराध में इस्तेमाल किए गए वाहन की बरामदगी हुई। डीएनए विश्लेषण से पुष्टि हुई कि अवशेष चांदी बाई के थे।