वास्तु टिप्स: घर में इस जगह लगाएं विंड चाइम तो आएगी खुशियां, जानें नियम
वास्तु में विंड चाइम को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। इसे घर में लगाने से सौभाग्य आता है। ऐसा माना जाता है कि इससे घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है।
विंड चाइम दिशा: वास्तु में ऊर्जा का विशेष महत्व है। यूं तो घर में रखी हर वस्तु में एक विशेष ऊर्जा होती है। वास्तु में कुछ चीजों को घर में रखना बहुत शुभ माना जाता है। वास्तु में विंड चाइम को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। इसे घर में लगाने से सौभाग्य आता है। ऐसा माना जाता है कि इससे घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है।
जब हवा चलती है तो विंड चाइम की घंटियाँ एक-दूसरे से टकराती हैं, जिससे मधुर ध्वनि उत्पन्न होती है। वास्तु के अनुसार, विंड चाइम से निकलने वाली आवाज घर के सदस्यों को मानसिक शांति देती है और उन्हें सकारात्मक ऊर्जा से भर देती है। हालाँकि, इसका लाभ तभी मिलता है जब इसे घर पर सही तरीके से स्थापित किया गया हो। आइए जानते हैं घर में कैसे और किस दिशा में विंड चाइम लगानी चाहिए।
विंड चाइम लगाने के वास्तु नियम
घर के मुख्य द्वार पर चार छड़ों वाली विंड चाइम लगाने से घर का वास्तु दोष दूर हो जाता है। ड्राइंग रूम के वास्तु दोष को दूर करने के लिए छह छड़ वाली विंड चाइम लगानी चाहिए। विंड चाइम लगाने के लिए दिशाओं का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। अगर इसे सही दिशा में न लगाया जाए तो यह फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकता है।
अगर विंड चाइम सही दिशा में न लगाया जाए तो घर में हमेशा अशांति का माहौल बना रहता है। वास्तु के अनुसार विंड चाइम को घर की पश्चिम या उत्तर दिशा में लगाना चाहिए। वहीं, अगर लकड़ी की विंड चाइम है तो उसे पूर्व और दक्षिण दिशा की ओर लटकाना चाहिए। विंड चाइम लगाते समय दिशा का ध्यान रखना चाहिए अन्यथा इससे परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है।
घर के अलावा आप ऑफिस में भी विंड चाइम लगा सकते हैं। इसे दरवाजे या खिड़की पर लगाना सबसे अच्छा है क्योंकि यहीं पर विंड चाइम को सीधी हवा मिलती है जो बजती रहती है और सकारात्मक ऊर्जा उत्सर्जित करती है।
अस्वीकरण: यहां दी गई जानकारी केवल मान्यताओं और विश्वास पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि RK किसी भी पहचान, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या विश्वास पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।