कालसर्प योग उपाय: क्या आपकी कुंडली में है कालसर्प योग? इसलिए इस मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से ही आप अपराध बोध से मुक्ति पा सकते हैं

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क्या आप कालसर्प योग से परेशान हैं तो राहत के लिए एक आसान उपाय है। केवल रुद्राक्ष धारण करने से ही आप इससे छुटकारा पा सकते हैं।

Kalsarp yog Upay:कालसर्प योग पर कई खोजें हो चुकी हैं। इसके प्रभाव को कम करने के लिए ज्योतिष कई उपाय बताता है। कुंडली में मुख्यतः बारह प्रकार के कालसर्प योग बताये गये हैं। हमने कालसर्प दोष को शांत करने के लिए कई उपायों के बारे में सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ सही रुद्राक्ष पहनने से भी कालसर्प योग के प्रभाव को कम किया जा सकता है।

  •  सबसे पहले किए जाने वाले कालसर्प योग के लिए एकमुखी, आठमुखी और नौमुखी रुद्राक्ष को काले धागे में बांधकर गले में धारण करना चाहिए।
  •  दूसरे भाव में बनने वाले कालसर्प योग के लिए पांच मुखी, आठ मुखी और नौ मुखी रुद्राक्ष को काले धागे में गुरुवार के दिन गले में धारण करना चाहिए।
  •  तीसरे स्थान पर कालसर्प योग हो तो तीन मुखी, आठ मुखी और नौ मुखी रुद्राक्ष पर लाल धागा डालकर मंगलवार को धारण करना चाहिए।
  •  चतुर्थ स्थिति में कालसर्प योग हो तो दोमुखी, आठमुखी, नौमुखी रुद्राक्ष सफेद धागे में सोमवार की रात्रि में धारण करना चाहिए।
  •  यदि पंचम स्थान में कालसर्प योग हो तो पांच मुखी, आठ मुखी, नौ मुखी रुद्राक्ष पीले धागे में गुरुवार के दिन धारण करना चाहिए।
  • छठे स्थान कालसर्प योग के लिए मंगलवार के दिन तीन मुखी, आठ मुखी और नौ मुखी रुद्राक्ष को लाल धागे में पिरोएं।
  •  सप्तम स्थान में कालसर्प योग हो तो चामुखी, आठमुखी और नवमुखी रुद्राक्ष को चमकदार या सफेद धागे में रात के समय धारण करना चाहिए।
  •  आठवें स्थान पर कालसर्प योग हो तो नवमुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
  •  यदि नवम स्थान में कालसर्प योग हो तो पंचमुखी और नवमुखी रुद्राक्ष को पीले धागे में गुरुवार की दोपहर को धारण करना चाहिए।
  •  यदि दशम स्थान में कालसर्प योग हो तो बुधवार की शाम को हरे रंग के धागे में चारमुखी, आठमुखी और नवमुखी रुद्राक्ष धारण करें।
  • यदि एकादश स्थान में कालसर्प योग हो तो पीले धागे में दस नोक, तीन नोक, चार नोक वाला रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
  •  यदि बारहवें स्थान पर कालसर्प योग हो तो शनिवार की शाम सातमुखी, आठमुखी और नवमुखी रुद्राक्ष को काले धागे में बांधकर गले में धारण करना चाहिए।

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रुद्राक्ष धारण करने के लिए सबसे पहले पूजा करने का प्रावधान है। कालसर्प दोष शांति पूजा के बाद इस रुद्राक्ष को धारण करने से कालसर्प योग वाले व्यक्ति के जीवन में कालसर्प योग का प्रभाव कम हो जाएगा। इस दोष वाले जातक को मन की अविश्वसनीय शांति और खुशी का अनुभव होगा।

-ज्योतिषाचार्य, तुषार जोशी

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