चाणक्य के अनुसार भूलकर भी किसी के सामने नहीं करें ये बातें

f

महान राजनीतिज्ञ और कूटनीतिज्ञ माने जाने वाले कुशल अर्थशास्त्री आचार्य चाणक्य ने जीवन को सफल बनाने के लिए कई प्रकार की नीतियों का जिक्र किया है. अर्थशास्त्री आचार्य चाणक्य ने जीवन को सफल बनाने के लिए कई प्रकार की नीतियों का जिक्र किया है. चाणक्य नीति में उन चार बातों के बारे में उल्लेख है जिन्हें खुद तक छुपाकर रखने से जीवन में बड़े नुकसान से बचा जा सकता है. आचार्य चाणक्‍य ने समयकालीन अनुभवों के आधार पर आकलन करते हुए पैसे, सेहत, बिजनेस, दांपत्‍य जीवन और समाज से जुड़े कई मसलों पर अपनी राय दी है. आइए जानते हैं उन चार बातों के बारे में जिन्हें आपको किसी से साझा नहीं करना चाहिए। 

पारिवारिक कलह- चाणक्य नीति के अनुसार अगर आपके परिवार में या सगे-संबंधियों में कलह का वातावरण है, तो इसका जिक्र किसी बाहरी आदमी के सामने कदापि न करें. ऐसा करने से आपको अपमान का सामना करना पड़ सकता है। 

वैवाहिक जीवन की निजी बातें- आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को कभी भी अपने वैवाहिक जीवन की निजी बातें दूसरों के साथ नहीं बांटना चाहिए. पति-पत्नी के बीच हुई बातों को हर हाल में निजी रखना चाहिए, वह भी उस समय जब आपके बीच हल्का विवाद हुआ हो. ऐसा करने से दोनों की प्रतिष्ठा पर आंच आएगी और लोग तरह-तरह की बाते बनाएंगे. इससे रिश्ते में अधिक खटास पैदा होगी। 

दुख और अपमान को साझा न करें- चाणक्य नीति के अनुसार अपने दुख को और अपमान को किसी दूसरे के साथ भूलकर भी साझा न करें. ऐसा करने से लोग आपको कमजोर समझते हैं और आपका उपहास बनाते हैं. ऐसा करने से भविष्य में आपके लिए कई प्रकार की कठिनाइयां पैदा हो सकती हैं। 

पत्‍नी के ऐब या अवगुण न करें साझा- अगर किसी की पत्‍नी में कोई ऐब या अवगुण हो, वह आपके साथ लड़ाई करे या आपका अपमान ही कर दे, तब भी यह बात दूसरों के सामने नहीं कहनी चाहिए. ऐसा करने वाले व्यक्ति को समाज में छवि खराब होने का खतरा रहता है औऱ दांपत्य जीवन दूसरों के लिए मजाक का विषय बन जाता है। 

From Around the web