वास्तु टिप्स: घर में हमेशा रहता है कलह, वास्तु के इस नियम से घर में आती है सुख-शांति
घर के लिए वास्तु टिप्स: अगर आप घर में झगड़ों से परेशान हैं तो कुछ वास्तु उपाय करें। इन उपायों को करने से घर की परेशानियां दूर होती हैं और खुशियां आती हैं। जानिए ये वास्तु टिप्स
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में रखी हर चीज में ऊर्जा होती है। इसका प्रभाव घर के सदस्यों पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह से पड़ता है। हमारी कुछ गलतियों के कारण घर में वास्तु दोष बढ़ता है। इस वास्तु दोष के कारण घर में हमेशा कलह बनी रहती है, घर में आर्थिक परेशानियां बनी रहती हैं। वास्तु दोष के कारण घर में झगड़े होते हैं या परिवार का कोई न कोई सदस्य बीमार रहता है। कुछ वास्तु उपाय करने से घर की परेशानियां दूर हो जाती हैं। ऐसा करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है। आइए जानते हैं वास्तु से जुड़े इन उपायों के बारे में।
मतभेदों को सुलझाने के व्यावहारिक तरीके
वास्तु दोष की समस्या से छुटकारा पाने के लिए घर के मुख्य द्वार पर कुछ उपाय करने चाहिए। घर के वास्तु को ठीक रखने के लिए रोज सुबह घर के मंदिर में धूप जलाएं।
हल्दी को थोड़े से पानी में मिलाएं और इस पानी को घर के मुख्य दरवाजे पर छिड़कें। इसके बाद दरवाजे के दोनों तरफ साफ पानी चला दें। ऐसा करने से घर में नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव कम हो जाता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
मुख्य द्वार पर हल्दी वाला पानी छिड़कने से वास्तु दोष दूर होते हैं। घर को हमेशा साफ-सुथरा रखें। जिस घर में गंदगी होती है वहां लक्ष्मी माता कभी निवास नहीं करती हैं।
अगर घर में अक्सर झगड़े होते हैं तो रात को सोने से पहले पीतल के बर्तन में कपूर जलाएं और पूरे घर में धूप घुमाएं। कपूर के इस उपाय से गृह क्लेश का नाश होता है और घर में शांति बनी रहती है।
अगर पति-पत्नी के बीच झगड़ा होता है तो रात को सोते समय तकिए के नीचे कपूर रखें और सुबह उसे जला दें। इसके बाद उनकी राख को बहते जल में प्रवाहित कर दें। इस उपाय को करने से पति-पत्नी के बीच शांति बनी रहती है और प्यार बढ़ता है।
घर में आने वाली विपत्तियों को दूर करने के लिए घर के स्वामी को पीपल के पेड़ की सेवा करनी चाहिए। घर के पास पीपल का पौधा लगाना चाहिए और उसकी नियमित देखभाल करनी चाहिए। जिससे घर के सदस्यों पर देवताओं की कृपा बनी रहती है।
अस्वीकरण: यहां दी गई जानकारी केवल मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि RK किसी भी तरह की पहचान, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।