Vastu: थाली में भूल कर भी नहीं परोसनी चाहिए 3 रोटियां, वरना भुगतने पड़ सकते हैं ये परिणाम, जानें
वास्तु शास्त्र में कई चीजों को लेकर नियम दिए गए हैं जिनमे खाना बनाने के नियम भी शामिल हैं। इन नियमों का पालन पुराने समय से किया जा रहा है। माना जाता है कि इन नियमों का पालन करने से नकारात्मकता दूर होती है और अनावश्यक कठिनाइयों से बचा जा सकता है। वास्तु के अनुसार हमें इसका पालन करना चाहिए जिससे हमारे शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े। ऐसा ही एक नियम है भोजन के दौरान एक प्लेट में तीन रोटियाँ (चपटी रोटियाँ) रखने से बचना।
तीन रोटियाँ क्यों नहीं रखनी चाहिए?
कभी भी प्लेट में तीन रोटियाँ, पराठे या पूरी नहीं परोसी जाती हैं। ऐसा माना जाता है कि तीन रोटियाँ, पराठे या पूरी परोसने से नकारात्मक ऊर्जा आती है। इसी तरह, कई लोग इसी कारण से एक साथ तीन कटोरों का उपयोग करने से बचते हैं। कहा जाता है कि तीन एक अशुभ विषम संख्या है। इस संख्या से भोजन शुरू नहीं करना चाहिए।
मृतक के तीन निवाले
जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो त्रयोदशी संस्कार से पहले उसके नाम की तीन रोटियां थाली में रखी जाती है। अगर मृतक को भोजन करवाया जाता है तो थाली में तीन निवाले यानी तीन या पांच रोटियां परोसी जाती है।
बढ़ती है दुश्मनी
ऐसा माना जाता है कि एक प्लेट में तीन रोटियाँ खाने से शत्रुता और ईर्ष्या जैसी नकारात्मक भावनाएँ पैदा हो सकती हैं। यह अनजाने में विवाद या आंतरिक उथल-पुथल का कारण बन सकता है, जिससे रिश्तों और मन की शांति प्रभावित हो सकती है।