LifeStyle Tips: क्या बारिश में छत टपक रही है? क्या छत छिल गई?
कभी-कभी बारिश का पानी घरों की छतों या खिड़कियों से आने लगता है। तो दीवार गीली हो जाती है। इसलिए जब छत गिरती है, तो फर्नीचर खराब होने जैसी कई समस्याएं होती हैं। कई बार दीवारें गीली हो जाती हैं और उनमें दुर्गंध आने लगती है। लेकिन अगर मानसून की शुरुआत से पहले कुछ उपाय किए जाएं तो मानसून में ये समस्याएं नहीं आएंगी।
1) वाटरप्रूफिंग बढ़ाएँ - बारिश शुरू होने से पहले दीवारों, बालकनियों और छतों का निरीक्षण करें। एक ही आकार के पॉलीयूरेथेन, सीमेंट, थर्मोप्लास्टिक या पीवीसी वॉटर प्रूफिंग।
2 पानी से बचाने के लिए वाटर प्रूफिंग पेंट या सीलेंट स्प्रे की डबल कोटिंग। इन सभी उपायों को आजमाएं और घर में बारिश की बूंदें नहीं आएंगी।
2) नालियों और पाइपों की सफाई- घर के अंदर और बंद नालियों में कई कीटाणु होते हैं। इससे बाथरूम में पानी जमा हो जाता है और डूब जाता है और ओवरफ्लो होने लगता है। वाटर रिटेंशन से दुर्गंध आती है। इसके लिए घर की हर बार सफाई करनी चाहिए। इसका उपाय यह है कि एक कप बेकिंग सोडा, एक कप टेबल सॉल्ट और एक कप सफेद सिरका लें और इसे एक पाइप में डालें। और 15 मिनट तक ऐसे ही रहने दें। फिर उसमें गर्म पानी छोड़ दें। आपका पाइप पूरी तरह से साफ हो जाएगा।
3) नम स्थान को रोगाणुहीन रखें। किचन प्लेटफॉर्म, टेबल, अलमारी की दीवारों, फर्श पर नमी। इसलिए इसे हमेशा सूखा रखना चाहिए। इसके लिए बाजार में उपलब्ध रेडीमेड स्प्रे का इस्तेमाल करें। लेकिन आप घर पर ही स्प्रे बना सकते हैं। इसके लिए 25% सिरका और 75% पानी लेकर उसमें सुगंधित आवश्यक तेल मिलाएं।
4) भोजन को खराब होने से बचाएं - बरसात के मौसम में खाना जल्दी खराब हो जाता है। . उन्हें प्लास्टिक के कंटेनर के बजाय एयरटाइट कांच के कंटेनर में रखें ताकि वे खराब न हों। कीटाणुओं से बचाव के लिए कपूर, नेफ्थलीन बॉल्स या सिलिका जेल पाउच को अलमारी में रखें। नीम के पत्तों को किचन में रखें क्योंकि इससे कीटाणु नहीं होते हैं।
5) विद्युत व्यवस्था की रक्षा करें - घर (बिजली के आउटलेट) में तार, लाइट, दरवाजे की घंटी और अलार्म को तेज रखें। जो घर में शॉक फ्री कनेक्शन रखेगा। घर पर किसी इलेक्ट्रीशियन को बुलाकर उसकी जांच कराएं। यदि कोई तार गलती से खुल जाता है तो झटका लगने की संभावना अधिक होती है।
6) लकड़ी का रखें ख्याल - बरसात के मौसम में लकड़ी के सामान, फर्नीचर, भंडारण कक्ष, दीवारों पर लगे पैनल के क्षतिग्रस्त होने की संभावना अधिक होती है. इसके लिए लकड़ी की वस्तुओं को सूखे कपड़े से पोंछना चाहिए। या उन पर वार्निश पेंट लगाएं।
7) पर्दों को रखें सुरक्षित - इस माहौल में पर्दों का ध्यान रखें। एक सुरक्षित सूखी जगह में एक कवर या प्लास्टिक बैग में स्टोर करें।