Health Tips- मौसम में बदलाव के साथ हो सकता हैं फंगल इंफेक्शन, ऐसे रहे सुरक्षित
मौसम में लगातार बदलाव होने से तरह-तरह की बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है। खासकर मौसम के उतार-चढ़ाव के दौरान त्वचा रोग अधिक होते हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, इस समय के दौरान फंगल संक्रमण एक प्रचलित त्वचा की समस्या है। कोई भी फंगल संक्रमण त्वचा के लिए हानिकारक हो सकता है, जिससे पिंपल्स या अन्य त्वचा परिवर्तन हो सकते हैं। यदि कोई व्यक्ति ऐसे लक्षणों का अनुभव करता है, तो स्व-दवा लेने से बचे और तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
इस मौसम में लोगों को त्वचा संबंधी समस्याएं जैसे लाल होना, सूजन, खुजली और रैशेज होने की संभावना अधिक होती है। इन लक्षणों के अलावा अन्य बीमारियां भी होने की संभावना अधिक होती है। ऐसी बीमारियों से बचाव के लिए डॉक्टर से विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए।
त्वचा रोगों का खतरा बढ़ जाता है
मौसम में उतार-चढ़ाव के दौरान त्वचा रोगों का खतरा अधिक होता है। बहुत से लोग डॉक्टर की सलाह के बिना स्वयं दवाएं लेते हैं, जिससे त्वचा को नुकसान हो सकता है।
फंगल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है
फंगल संक्रमण मनुष्यों या जानवरों के साथ सीधे संपर्क या दूषित सतहों के माध्यम से अप्रत्यक्ष रूप से फैलता है। फंगल इन्फेक्शन के अलावा, लोगों को चेहरे पर रूखापन, लालिमा, रैशेज और पिंपल्स भी महसूस हो सकते हैं। स्व-दवा से बचना महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे स्थिति और खराब हो सकती है।
त्वचा रोगों को रोकने के लिए, विशेषज्ञ निम्नलिखित सावधानियों की सलाह देते हैं:
चेहरे को धूल और धुएं से बचाएं
व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखें
साफ और सूखे कपड़े पहनें
दिन में कम से कम दो बार चेहरा धोएं।