Health Tips- बवासीर से पीड़ित लोग आज से ही इन आदतों को बदलें
बवासीर की बीमारी एक आम बात हो गई है, पहले ये बीमारी एक उम्र के बाद होती थी, लेकिन आजकल लोगो का खान पान और जीवनशैली इतनी खराब हो गई हैं कि यह किसी भी उम्र में हो जाती हैं। बवासीर होने का मुख्य कारण कब्ज होता है। कब्ज से बवासीर, फिशर और फिस्टुलस जैसे गुदा रोगों का विकास होता है। बवासीर होने पर गुदा के अंदर या बाहर घाव हो जाते हैं, जिनसे रक्तस्राव भी होता है। इसका मुख्य कारण आपके आहार में तले और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, मसालेदार भोजन, शराब, डेयरी उत्पाद और अत्यधिक नमक होना है। बवासीर रातोंरात नहीं होता हैं, आइए जानते हैं उन आदतों के बारें में जो इसका होने के कारण बनती हैँ-
भारी वजन उठाना
जब आप कोई भारी सामान उठाते तो अक्सर पेट और गुदा की दीवारों पर दबाव पड़ता है, जो रक्त वाहिकाएं को प्रभावित करती हैं और बवासीर का खतरा बढ़ जाता है।
आहार में फाइबर की कमी से बवासीर होने का खतरा बढ़ जाता है
आहार में फाइबर की कमी से कब्ज का खतरा बढ़ जाता है और मलाशय पर अधिक दबाव पड़ता है। तो आपको अपनी डाइट में हरी सब्जियां और फलों को शामिल करना चाहिए।
मसालेदार भोजन का अत्यधिक सेवन
मसालेदार खाना खाने से आप बवासीर के शिकार हो सकते हैं। बवासीर से बचना है तो ज्यादा मसालेदार, ऑयली फूड खाने से बचना चाहिए।
मोटापा भी एक कारक है
वजन अधिक होने से भी बवासीर होने का खतरा अधिक होता है। डाइट में फैट और शुगर की मात्रा कम करने से वजन कंट्रोल में रहता है।
लंबे समय तक बैठा रहना
लंबे समय तक बैठे रहने से बवासीर होने का खतरा बढ़ जाता है। हर घंटे थोड़ा ब्रेक लें और टहलें।