बच्चों को नहीं डालनी चाहिए चाय या कॉफ़ी की आदत,सेहत पर डालती हैं असर
चाय व कॉफी पीना हर किसी को पसंद होता है, कुछ लोग सुबह उठकर चाय या कॉफी पीते हैं तो कुछ लोगों को काम के दौरान बीच-बीच में ब्रेक के समय उनकी याद आती है। अगर देखा जाए तो काम की थकान और स्ट्रेस को दूर करने के लिए चाय व कॉफी अच्छा ऑप्शन होता है, जिसके बाद आप तरोताजा महसूस करते हैं। लेकिन हम सभी जानते हैं कि चाय व कॉफी में कैफीन पाया जाता है, जो स्वास्थ्य की दृष्टि से नुकसानदायक हो सकता है। हालांकि, अक्सर यह भी देखा गया है कि बड़ों के साथ-साथ बच्चों को भी चाय पीने की आदत पड़ जाती है। लेकिन, क्या आपने कभी इस बारे में सोचा है कि बच्चों को चाय की आदत डालना सही है या गलत। अगर आपके घर में भी बच्चे हैं और उन्हें भी चाय व कॉफी आदि पीना पसंद है, तो आपको इस बारे में जान लेना चाहिए कि उनके लिए इनका सेवन किस हद तक सही है।
बच्चों के लिए कैफीन सुरक्षित नहीं- जब भी चाय या कॉफी के साइड इफेक्ट्स की बात आती है, तो कैफीन का जिक्र सबसे पहले किया जाता है। दरअसल, कैफीन बच्चों के लिए ही नहीं बड़ों के लिए भी सुरक्षित नहीं होता है। बच्चों की सेहत काफी नाजुक होती है और ऐसे में कैफीन वयस्कों से ज्यादा बच्चों को नुकसान पहुंचा सकता है।
बच्चों को ब्रेन पर कैफीन का असर- लाइवसाइंस के अनुसार वयस्कों की तुलना में बच्चों का दिमाग कैफीन के प्रति अधिक संवेदनशील होता है। बच्चों को कॉफी या चाय पिलाना उनके दिमाग को हाइपरएक्टिव यानी अतिसक्रिय कर सकता है, जिससे उन्हें रात के समय नींद संबंधी समस्याएं होने लग सकती हैं और साथ ही स्ट्रेस लेवल भी बढ़ सकता है।
बच्चों को जल्दी पड़ती है आदत- यह भी देखा गया है कि बच्चों को अक्सर कॉफी और चाय की आदत जल्दी पड़ती है। ऐसे में कई बार बच्चे रात को पढ़ते समय नींद से बचने के लिए चाय या कॉफी का इस्तेमाल करते हैं और साथ कुछ बच्चों को सुबह के समय उठते ही चाय पीने का मन भी करने लगता है।
मीठे की आदत- चाय और कॉफी दोनों में शुगर होता है, जिसका अधिक सेवन बच्चों के स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है। अगर आपके बच्चे को ज्यादा मीठे वाली चाय पीने की आदत पड़ी हुई है, तो धीरे-धीरे उसकी आदत छुड़ाने की कोशिश न करें। हालांकि, बच्चे को एकदम से चाय देना बंद न करें, इसकी बजाय धीरे-धीरे चाय की मात्रा में कमी करते चले जाएं।
बच्चों के लिए हर्बल टी- हालांकि, हम अक्सर यह सोचते हैं कि हर्बल चाय पूरी तरह से हेल्दी होती है और बच्चों को उससे कई फायदे मिल सकते हैं। लेकिन ऐसा नहीं होता है। दरअसल, कई प्रकार की चाय में भी कैफीन पाया जाता है। हालांकि, वहीं कुछ हर्बल टी फ्रूट व अन्य स्वास्थ्यवर्धक सामग्री से बनाई जाती है और उनमें कैफीन नहीं होता है, जो बच्चों के लिए हेल्दी ऑप्शन हो सकता है।
चाय-कॉफी के लिए बच्चों की सही उम्र- वैसे तो बच्चों या बड़ों दोनों के लिए ही चाय या कॉफी पीना सुरक्षित नहीं होता है। लेकिन फिर भी बच्चे को कम से कम 18 साल की उम्र तक चाय या कॉफी नहीं देनी चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह उम्र बच्चे की ग्रोथ के लिए बहुत जरूरी होती है और ऐसे में कैफीन से उसके शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं।