Beauty tips : क्या दही बनता है बालों के झड़ने का कारण? जानिए

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दूध, दही, छाछ और पनीर जैसे डेयरी उत्पाद प्रोटीन और वसा के महत्वपूर्ण स्रोतों में से एक हैं।बता दे की,लोग इनका इस्तेमाल अपनी बॉडी के हिसाब से करते हैं। दूध में जहां कैल्शियम होता है, वहीं पनीर में कार्ब और प्रोटीन और छाछ में विटामिन सी होता है। लेकिन आज हम सिर्फ दही या छाछ की ही बात करेंगे। बहुत से लोग मानते हैं कि छाछ से बाल धोने से बाल रेशमी और चमकदार बनते हैं। मगर ऐसा कतई नहीं है। उलटी छाछ या दही का कोई भी प्रयोग बालों के लिए हानिकारक हो सकता है।

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छाछ के कारण बाल कैसे झड़ सकते हैं?

छाछ या दही को भी प्रोटीन के रूप में देखा जाता है। यह दूधिया तरल है जो पनीर बनाने की प्रक्रिया में दही से अलग हो जाता है। व्हे प्रोटीन आपकी मांसपेशियों को बनाने और ताकत बढ़ाने में मदद करता है। इसका इस्तेमाल ज्यादातर एथलीट या पहलवान करते हैं। ये लोग बॉडी बिल्डिंग के लिए हमेशा अपने आहार में व्हे प्रोटीन को शामिल करते हैं। मगर इसके अलावा लड़कियां अक्सर अपने बालों को मट्ठे से धोती हैं।

दही बालों के झड़ने को कैसे ट्रिगर करता है?

बता दे की,व्हे प्रोटीन में डीएचईए और क्रिएटिन जैसे कृत्रिम वृद्धि हार्मोन होते हैं, जो न केवल आपकी मांसपेशियों के निर्माण को बढ़ावा देते हैं बल्कि रक्त में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की संख्या भी बढ़ाते हैं। टेस्टोस्टेरोन डीएचटी नामक एक रासायनिक यौगिक में परिवर्तित हो जाता है, जो अंततः नए बालों के विकास को रोकता है।

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बाल झड़ना

इस तरह के प्रोटीन के इस्तेमाल से समय के साथ बालों की ग्रोथ कम होने के कारण हम अपने सारे बाल धीरे-धीरे खो सकते हैं। टेस्टोस्टेरोन के उच्च स्तर का मतलब है कि इसका अधिक एण्ड्रोजन डीएचटी में परिवर्तित हो जाता है, जो बालों के झड़ने के प्रमुख कारणों में से एक है। इसके साथ ही डॉ रचना ने यह भी बताया कि कैसे आयुर्वेद बालों के झड़ने को रोकने में मदद करता है।

भृंगराज -  बता दे की,भृंगराज सफेद बालों को रोकने और गंजेपन को रोकने में मदद करता है। आप जड़ी-बूटियों के अर्क से तैयार हर्बल तेल लगा सकते हैं, या इसकी पत्तियों से बने पेस्ट को खोपड़ी पर लगा सकते हैं।

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नीम - नीम के नियमित प्रयोग से बालों की जड़ें मजबूत होती हैं और सिर में रक्त संचार बेहतर होता है. जिसके अलावा, नीम प्रभावी रूप से रूसी की समस्या के लिए एक उत्कृष्ट उपाय है। बस कुछ नीम के पत्तों को उबालना है और इसे ठंडा होने देना है। जिसके बाद घोल को छानकर एक तरफ रख दें।

आपकी जानकारी के लिए बता दे की,बालों का झड़ना एक महत्वपूर्ण समस्या है और इससे गुजरने वाले व्यक्ति के लिए बेहद कष्टप्रद हो सकता है। बालों के झड़ने या पैटर्न को संतुलित करने के लिए आपको अपनी आहार संबंधी आदतों और जीवनशैली में बदलाव करना पड़ सकता है। इस संदर्भ में, आयुर्वेद सबसे उपयुक्त उपचार विकल्प प्रतीत होता है। औषधीय पूरक, हेयर सीरम या महंगे बालों के उपचार के लिए जाने के बजाय, घर पर इन प्राकृतिक आयुर्वेदिक उपचारों का उपयोग करने पर विचार करें।

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